Myanmar Sittwe : म्यांमार में परिस्थिति बिगडने से भारत ने सिटवे स्थित दूतावास के कर्मचारियों को हटाया ! 

३ भारतीय युवकों का हुआ है अपहरण !

Canada Indian Staff Removed : कनाडा के राजनैतिक कार्यालय से भारतीय कर्मचारियों को निकाल दिया !

भारत ने कनाडा के ४१ राजनैतिक अधिकारियों को बाहर निकालकर कनाडा को दिया प्रत्‍युत्तर !

(और इनकी सुनिए ….) ‘चीन-भारत संबंध शांति और विकास के लिए अनुकूल !’ – माओ निंग, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता

भारत के साथ चीन का इतिहास देखनें पर वह विश्वासघाती प्रतीत होता है। अत: भारत चीन के साथ सकारात्मक विचार रखकर कभी भी निश्चिंत नहीं रह सकता !

India Pakistan Terrorist : (और इनकी सुनिए…) ‘भारतीय हस्तकों ने पाकिस्तानी नागरिकों की हत्याएं की, इसके प्रमाण हैं !’ – पाकिस्तान

‘आतंकवादियों को पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे’, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के वक्तव्य से पाकिस्तान के नाक में लगी मिर्ची !

The Guardian : (और इनकी सुनिए…) ‘भारतीय गुप्तचर संस्था ने पाकिस्तान में की हत्याएं !’ – ब्रिटीश समाचार पत्रिका ‘द गार्डियन’

यह हमारे विरुद्ध कुप्रचार ! – भारत

Katchatheevu Island Row : कच्चातिवु समस्या पर ५० वर्ष पहले समाधान हुआ है, इसलिए अब उसे फिर से उठाने की आवश्यकता नहीं ! – श्रीलंका के विदेश मंत्री

केवल मतों के लिए उपस्थित किया जा रहा है प्रश्न ! – श्रीलंका के भारत में नियुक्त भूतपूर्व उच्चायुक्त फर्नांडो 

India UNSC Membership : भारत को निश्चितरूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता मिलेगी ! – विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 

इसके उपरांत यह संख्या १९३ हुई; परंतु इन ५ देशों ने संयुक्त राष्ट्र पर उनका नियंत्रण जारी रखा है; लेकिन अब इसमें बदलाव करने के लिए उन्हें बताना पड रहा है, यह विचित्र बात है ।

S Jaishankar Target China : भारत के साथ किया दीर्घकालीन लिखित समझौता बनाए रखने में चीन असफल ! – विदेश मंत्री एस्. जयशंकर

विदेश मंत्री एस्. जयशंकर ने फिर से एक बार चीन का खरा चेहरा संसार के सामने लाया है । मलेशिया की राजधानी में भारतीय यात्रियों से वार्तालाप करते समय वे बोल रहे थे ।

US Kejriwal Arrest : (और इनकी सुनिए…) ‘हम अपनी भूमिका पर अटल हैं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए !’ – अमेरिका

देहली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बंदी बनाए जाने के मामले को लेकर अमेरिका द्वारा दिए वक्तव्य पर भारत ने अमेरिका की राजनीतिक अधिकारी ग्लोरिया बर्ना को मंत्रालय में बुलाकर उत्तर मांगा था और भारत के अंतर्गत सूत्रों में हस्तक्षेप न करने का भान भी कराया था; परंतु इसके उपरांत भी अमेरिका ने फिर से एक बार इस मामले में वक्तव्य दिया है ।