बंगाल से ८१ सहस्त्र  डेटोनेटर (विस्फोटक) और २७ सहस्त्र किलो अमोनियम नाइट्रेट की तस्करी करने वाले २ जिहादी बंदी !

बंगाल जिहादी गतिविधियों का केंद्र बन गया है और इस प्रकार भारत की सुरक्षा धोखे  में  है । इसे ध्यान में रखते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए !

कनाडा के हिन्दू मंदिर में एक बार पुनः तोड-फोड : भारतविरोधी घोषणाएं भी लिखी गईं !

मंदिर में काम करनेवाले हर्षल पटेल ने कहा कि मंदिर की दीवारों पर भारतविरोधी घोषणाएं लिखी देखकर हमें गहरा दुख हुआ है । यहां २० वर्ष में पहली ही बार ऐसी घटना हुई है ।

विद्यालय के एक उत्सव के कार्यक्रम में एक आतंकवादी को मुसलमान के रूप में दिखाने पर १० लोगों को बंदी बनाया ।

इसमें ‘मलयालम थिएट्रिकल हेरीटेज एंड आर्ट्स’ ने (‘माथा’ ने) एक संगीतमय कार्यक्रम किया था । इसमें दिखाया गया था कि किस प्रकार भारतीय सेना ने एक आतंकवादी को पकडा । आतंकवादी को अरबी मुसलमान के रूप में दिखाया गया था ।

भारत के राष्ट्रध्वज को उतारने का प्रयास सहन नहीं किया जाएगा ! – विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर

डॉ. एस. जयशंकर ने आगे कहा कि, जब हम विदेश में अपने देश का दूतावास स्थापित करते हैं, हमारे राजनीतिक अधिकारी उनका कर्तव्य वहां निभाते हैं, तो उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने का पूर्ण दायित्व उस देश का ही होता है ।

(और इनकी सुनिए…) ‘हिन्दूराष्ट्र के वातावरण के कारण खालिस्तानी अमृतपाल खालिस्तान की मांग करने का साहस करता है !’ – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

खालिस्तानी आतंकवादी भिंड्रावाले को आगे बढाने का राष्ट्रघाती काम कांग्रेस ने किया था, इस विषय में गहलोत क्यों नहीं बोलते ? गहलोत इस माध्यम से एक प्रकार से अमृतपाल के कामों का समर्थन कर रहे हैं, यह ध्यान में लें !

अमेरिका स्थित पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की बेटी को खालिस्तानियों द्वारा धमकी

भगवंत मान की बेटी सीरत को खालिस्तानियों द्वारा चलदूरभाष से धमकी देकर अपशब्द बोले गए (गाली-गलौज की गई) । सीरत भगवंत मान की प्रथम पत्नी की बेटी है ।

फिलिपिन्स में ३ खालिस्तानी आतंकवादियों को बंदी बनाया गया ।

जब पूरे विश्व में खालिस्तानवाद फल-फूल रहा है, तो भारत को अधिक कठोर होने की आवश्यकता है, सरकार को यह ध्यान में लेना चाहिए !

खालिस्तानियों ने पी.टी.आइ. के भारतीय पत्रकार की पिटाई की !

स्‍वयं को महासत्ता समझनेवाली अमेरिका में गिने-चुने खालिस्तानी भारत के दूतावास के बाहर प्रदर्शन करते हैं, साथ ही पत्रकार की पिटाई भी करते हैं, यह अमेरिका के लिए लज्जाजनक !

अमृतपाल सिंह ने खालिस्तान के लिए स्वतंत्र आर्थिक मुद्रा (करेंसी) एवं सेना खडी करने का रचा था षड्‌यंत्र !

‘इतना सब हो गया, तबतक भारत का सुरक्षा तंत्र क्या कर रहा था ?’ सामान्य जनता के मन में ऐसा प्रश्न उपस्थित होना स्वाभाविक है !

‘तेहरीक-ए-तालिबान’ से पकिस्तान के संबंध !

‘पश्तून सुरक्षा आंदोलन के’ कार्यकर्ता फजल-उर-रहमान द्वारा पाकिस्तान के ‘तेहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ (टीटीपी) आतंकवादी संगठन से निकट संबंध होने की बात सामने आई है ।