१. ‘सिख लिबरल पॉलिटिक्स ब्लॉगर’ (सिख उदारमतवादी राजनीति संबंधी जालस्थल पर लेख लिखनेवाले) सनी हुंदल के मतानुसार ‘९० के दशक में एक गुप्त पत्रक के (‘हिज्ब उत-तहरीर’ अनुयायियों द्वारा) माध्यम से मुसलमान पुरुषों को आग्रह किया गया था कि वे सिख लडकियों को इस्लाम में धर्मांतरित करने के लिए प्रेमजाल में फांसें ।’ वर्ष २०१४ में इंग्लैंड में सिखों के अकाल तख्त ने ‘लव जिहाद’ को गंभीरता से लिया । वहां यह विषय ‘रोमियो जिहाद’ एवं ‘ग्रूमिंग जिहाद’ के नाम से पहचाना जाता है । वहां के धर्मांधों के कुछ समूह अथवा आकर्षक दिखाई देनेवाले कुछ पाकिस्तानी मुसलमान युवक ईसाई, सिख एवं हिन्दू लडकियों को प्रभावित कर प्रेमजाल में फांसने के लिए, इसके साथ ही उन्हें इस्लाम में धर्मांतरित कर इस्लामिक स्टेट में भेजने के लिए प्रयत्न कर रहे थे । कुछ लडकियों को मुसलमान बनाकर पाक में ले जाकर छोडा जा रहा था ।
२. कुछ आतंकवादी इस्लामी संगठनों के लडके सिख एवं हिन्दू लडकियों को धर्मांतरित करने के लिए षड्यंत्र रचकर मानहानि की धमकी देते हैं । डराते-धमकाते और मारते-पीटते हैं । इससे वहां अनेक लडकियों को अपनी पढाई छोडनी पडी । लडकियों को प्रेमजाल में फांसने के लिए प्रेम का ढोंग करना, ‘ब्लैकमेलिंग’ करना एवं स्वयं ईसाई हैं, ऐसा झूठ कहकर शारीरिक संबंध रखने का षड्यंत्र रचते हैं । जितने प्रतिष्ठित परिवार की लडकी को प्रेमजाल में फांसा जाता है, पुरस्कारस्वरूप उन्हें उतनी ही बडी मात्रा में धनराशि दी जाती है ।
– श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
हिन्दुओ, अपनी बेटियों का समावेश इस सूची में न हो, इसलिए ‘लव जिहाद’ विरोध में संगठित हों !‘लव जिहाद’ के बढते प्रकरणों को देखते हुए दुर्भाग्य से इसकी बलि चढी अनेक युवतियों एवं लडकियों की हत्याएं हो रही हैं ।
धर्मनिरपेक्षतावादियो, क्या अब भी ऐसा ही कहोगे कि ‘लव जिहाद’ अस्तित्व में नहीं है ?’ |