|
भाग्यनगर – यहां नियंत्रण में लिए आतंकवादियों को मानव बम बना कर मेरी हत्या करनी थी तथा पुलिस ने यह जानकारी छिपाई, भाग्यनगर के गोशामहल विधानसभा मतदाता संघ के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक श्री. टी. राजासिंह ने ऐसा गंभीर आरोप लगाया । इस संदर्भ में श्री. सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भेजा है । इस पत्र में उन्होंने स्वयं के साथ परिवार के अन्य सदस्यों को भी मानव बम द्वारा हत्या करने का षड्यंत्र रचे जाने की जानकारी दी । इस पत्र में उन्होंने इस समाचार की एक मार्गिका भी (‘लिंक’ भी) भेजी है ।
मानव बम बनकर मुझे मारने आए थे हैदराबाद में पकड़े गए आतंकी, पुलिस ने छिपायाः MLA राजा सिंह का दावा, अमित शाह को लिखा पत्र#RajaSingh #Hyderabadhttps://t.co/HsXooZBMvm
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) May 12, 2023
‘एप इंडिया’ समाचार संकेतस्थल ने यह समाचार प्रसारित किया है । इस समाचार के अनुसार,
१. अक्तूबर २०२२ में अब्दुल जाहिद, महम्मद मीउद्दीम तथा हसन फारूख ३ आतंकवादियों को भाग्यनगर के मालकपट से नियंत्रण में लिया गया था । उनके पास हथियार तथा ५ लाख १५ सहस्र रुपए की नकद राशि पाई गई थी ।
२. ये सभी लोग आइ.एस.आइ.के संपर्क में थे तथा वे आत्मघाती आक्रमण करने का षड्यंत्र रच रहे थे । इस प्रकार आक्रमण कर उन्हें भय निर्माण करना था ।
३. अब्दुल जाहिद वर्ष २०१७ में हुए एक आतंकवादी आक्रमण के षड्यंत्र में सम्मिलित था; परंतु तत्पश्चात उसे मुक्त कर दिया गया था ।
४. टी. राजासिंह ने कहा कि तेलंगाना के गुप्तचर विभाग ने मुझे इस विषय में कोई भी जानकारी देने से मना किया है । मैं मेरी सुरक्षा हेतु दिए केवल पुलिसकर्मियों के साथ सार्वजनिक सभाओं में जाता हूं । इसलिए मुझे मेरी सुरक्षा की चिंता होती है । कुछ संगठन तथा लोग मेरे लिए संकट हैं; परंतु पुलिसकर्मियों की ओर से उन पर की गई कार्यवाही के संदर्भ में मुझे कोई भी जानकारी नहीं दी जाती । भाग्यनगर आतंकवादियों का नया अड्डा बन गया है । तीन आतंकवादियों को नियंत्रण में लेना इसका ही प्रमाण है ।’
५. श्री. टी. राजासिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भेजे पत्र में कहा है कि मुझे अंतर्राष्ट्रीय तथा भारतीय क्रमांकों से धमकी भरे अनेक दूरभाष आते हैं । उपर्युक्त नियंत्रण में लिए आरोपियों ने वर्ष २०१६-१७ में मेरे घर का निरीक्षण (रेकी) किया था । भाग्यनगर में कडी सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए ।
संपादकीय भूमिका
|