लेबनान का भी इजराइल पर हवाई आक्रमण

फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन ‘हमास’ ने ७ अक्टूबर के दिन इजराइल के ७ शहरों पर ५ सहस्र राॅकेट दागे जाने की घटना के उपरांत अब लेबनान ने भी इजराइल पर हवाई आक्रमण किए हैं ।

इस्राईल के मस्जिदों पर लगे भोंपुओं से मुसलमानों को इस्राईल के विरुद्ध युद्ध करने को उकसाया !

‘पाकिस्तान ने यदि भारत पर आक्रमण किया, तब यहां भी ऐसी घटना हो सकती है’, ऐसा किसी को लगा; तो उसमें आश्चर्य कैसा ?

‘इसरो’ के ‘सॉफ्टवेयर’ पर प्रतिदिन होते हैं १०० से अधिक साइबर आक्रमण !

कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे (‘आर्टिफिशियल इंटेलिजंस’ जैसे) तंत्रज्ञान (तकनीक) का प्रयोग कर, साइबर अपराधों की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं ।

इसरायल के ६००, तो पैलेस्टाईन के ४०० से अधिक नागरिकों की मृत्यु !

आक्रमण के समय हार्डवेयर उसके सॉफ्टवेयर से संपर्क करने में सक्षम नहीं था । कोई भी प्रक्षेपणास्त्र प्रणाली पूर्णरूप से  भरोसेमंद नहीं होती । अब आक्रमण का स्वरूप परिवर्तित हो रहा है ।

भारत में हिन्‍दू बहुसंख्‍यक होते हुए भी उनकी मानसिकता अल्‍पसंख्‍यकों की भांति ! – फ्रान्‍सुआ गोतिए, फ्रेंच पत्रकार

जो एक विदेशी पत्रकार को समझ में आता है, वह निद्राधीन हिन्‍दुओं की समझ में नहीं आता, यह दुर्भाग्‍यपूर्ण ! यदि कोई कहे ‘ऐसे हिन्‍दू मार खाने के ही योग्‍य हैं’, तो यह गलत नहीं होगा !

कुर्दिश विद्रोहियों के आत्मघाती आक्रमण पर तुर्की ने किया जवाबी आक्रमण, २० स्थानों पर बरसाए बम !

जब तुर्की ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का साथ दिया है, तो भारत द्वारा ‘कुर्दिस्तान ‘ की मांग करने वाले दु:खी लोगों के पक्ष में आवाज उठाई तो उसमें चूक कहां !

सीतापुर (उत्तर प्रदेश) में मुहम्मद पैगंबर के जन्मदिन के उपलक्ष्य में निकाली गई शोभायात्रा के समय हिन्दुओं पर पथराव !

मुसलमान हिंसाचार कर रहे हैं; तो उनके अर्थार्जन के साधनों पर भी प्रतिबंध लगाया जाए, ऐसी मांग कोई करे तो इसमें गलत क्या है ?

पाकिस्तान में हुए बमविस्फोटों में भारत का हाथ ! – पाकिस्तान के गृहमंत्री का आरोप

पाकिस्तान ने जो बीज बोए, उसी की फसल आई है, ऐसा होते हुए भी भारत पर ऐसे बेबुनियाद आरोप करते हुए पाक को लज्जा भी नहीं आती !

कनाडा आरोपों के विषय में जानकारी देगा, तो भारत चर्चा के लिए तैयार ! – डॉ. जयशंकर 

किसी की हत्या करने की हमारी सरकार की नीति नहीं; लेकिन यदि कनाडा हमारे साथ कुछ जानकारी का लेनदेन करने के लिए तैयार होगा, तो हम इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं ।

स्कॉटलैंड में खालिस्तानियों ने भारतीय उच्चायुक्त को गुरुद्वारे में जाने से रोका !

ब्रिटिश सरकार को खालिस्तानियों पर कठोर कार्यवाही करने के लिए तत्परता से कदम उठाना आवश्यक है, यही इस घटना से ध्यान में आता है !