लेबनान का भी इजराइल पर हवाई आक्रमण
फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन ‘हमास’ ने ७ अक्टूबर के दिन इजराइल के ७ शहरों पर ५ सहस्र राॅकेट दागे जाने की घटना के उपरांत अब लेबनान ने भी इजराइल पर हवाई आक्रमण किए हैं ।
फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन ‘हमास’ ने ७ अक्टूबर के दिन इजराइल के ७ शहरों पर ५ सहस्र राॅकेट दागे जाने की घटना के उपरांत अब लेबनान ने भी इजराइल पर हवाई आक्रमण किए हैं ।
‘पाकिस्तान ने यदि भारत पर आक्रमण किया, तब यहां भी ऐसी घटना हो सकती है’, ऐसा किसी को लगा; तो उसमें आश्चर्य कैसा ?
कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे (‘आर्टिफिशियल इंटेलिजंस’ जैसे) तंत्रज्ञान (तकनीक) का प्रयोग कर, साइबर अपराधों की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं ।
आक्रमण के समय हार्डवेयर उसके सॉफ्टवेयर से संपर्क करने में सक्षम नहीं था । कोई भी प्रक्षेपणास्त्र प्रणाली पूर्णरूप से भरोसेमंद नहीं होती । अब आक्रमण का स्वरूप परिवर्तित हो रहा है ।
जो एक विदेशी पत्रकार को समझ में आता है, वह निद्राधीन हिन्दुओं की समझ में नहीं आता, यह दुर्भाग्यपूर्ण ! यदि कोई कहे ‘ऐसे हिन्दू मार खाने के ही योग्य हैं’, तो यह गलत नहीं होगा !
जब तुर्की ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का साथ दिया है, तो भारत द्वारा ‘कुर्दिस्तान ‘ की मांग करने वाले दु:खी लोगों के पक्ष में आवाज उठाई तो उसमें चूक कहां !
मुसलमान हिंसाचार कर रहे हैं; तो उनके अर्थार्जन के साधनों पर भी प्रतिबंध लगाया जाए, ऐसी मांग कोई करे तो इसमें गलत क्या है ?
पाकिस्तान ने जो बीज बोए, उसी की फसल आई है, ऐसा होते हुए भी भारत पर ऐसे बेबुनियाद आरोप करते हुए पाक को लज्जा भी नहीं आती !
किसी की हत्या करने की हमारी सरकार की नीति नहीं; लेकिन यदि कनाडा हमारे साथ कुछ जानकारी का लेनदेन करने के लिए तैयार होगा, तो हम इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं ।
ब्रिटिश सरकार को खालिस्तानियों पर कठोर कार्यवाही करने के लिए तत्परता से कदम उठाना आवश्यक है, यही इस घटना से ध्यान में आता है !