तुर्की के दक्षिण-पूर्वी भाग पर कुर्द विद्रोही अपना अधिकार जता रहे हैं !
अंकारा (तुर्की ) – तुर्की की राजधानी अंकारा में दिनांक १ ऑक्टोबर को कुर्द विद्रोहियों द्वारा मंत्रालय के बाहर किए गए २ आत्मघाती आक्रमणों के उपरांत तुर्की की वायु सेना ने बदले की कार्रवाई प्रारंभ की । वायु सेना ने इराक में विद्रोही कुर्द विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी प्रारंभ कर दी। अभी तक २० स्थानों पर बमबारी की गई है। इसमें कई गुफाएं, बंकर, गोदाम आदि सम्मिलित हैं। इसमें अनेक कुर्द विद्रोही मारे गए हैं।’ तुर्की के आंतरिक विषयों के मंत्री अली यारलीकाया ने तुर्की की इस कार्रवाई की पुष्टि की है।
Turkish warplanes struck 20 targets in northern Iraq affiliated with the Kurdish rebel organization that took responsibility for a suicide bombing Sunday in the country’s capital. https://t.co/8573k4Cddd
— The Daily Beast (@thedailybeast) October 2, 2023
१ जनवरी को कुर्द विद्रोहियों के आक्रमण में दो तुर्की पुलिस घायल हो गए थे। ये आक्रमण ऐसे समय हो रहे हैं, जब तुर्की ´इस्लामिक स्टेट´ के विरोध में कठोर कार्रवाई कर रहा है। अत: यारलिकाया ने कहा कि जब तक सभी कुर्द विद्रोहियों को मार नहीं दिया जाता, तब तक तुर्की शांत नहीं बैठेगा।
तुर्क और कुर्दों के मध्य ऐतिहासिक संघर्ष !
प्रथम विश्व युद्ध से पूर्व सीरिया, इराक, ईरान, तुर्की और आर्मेनिया जैसे देश ‘ओटोमन’ साम्राज्य ‘उस्मानिया सल्तनत’ का हिस्सा थे। विश्व युद्ध में तुर्की के पराभव के उपरांत सभी देश विभक्त हुए । इन देशों में कुर्द लोगों की संख्या 3 करोड़ है । ये लोग अपने लिए एक स्वतंत्र ‘कुर्दिस्तान’ की मांग कर रहे हैं। वे तुर्की के कुछ हिस्सों पर अपना दावा करते हैं। इसलिए उनके और तुर्कों के मध्य निरंतर संघर्ष चल रहा है। तुर्की में ‘कुर्दिस्तान पार्टी’ कुर्द विद्रोहियों में सबसे अधिक सक्रिय है और स्थानीय तुर्कों के साथ वे गुरिल्ला युद्ध लड रहे हैं। कुर्दों को इराक के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में स्वायत्त राज्य मिला हुआ है, किन्तु उनको तुर्की के दक्षिण पूर्व भूभाग पर स्वायत्तता चाहिए। सीरिया के उत्तर पश्चिम भाग पर भी उनका प्रभाव है ।
संपादकीय भूमिकाजब तुर्की ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का साथ दिया है, तो भारत द्वारा ‘कुर्दिस्तान ‘ की मांग करने वाले दु:खी लोगों के पक्ष में आवाज उठाई तो उसमें चूक कहां ! |