रामलीला के पुत्र वियोग के प्रसंग में, राजा दशरथ की भूमिका निभाने वाले अभिनेता ने वास्तव में त्याग दिए प्राण !

पहले कुछ समय तक, ‘उन्होंने वास्तविक रूप में प्राण त्याग दिए हैं’, यह ज्ञात नहीं हुआ । घटना के पश्चात, जब उनके साथियों ने उन्हें जगाने का प्रयास किया, तो वे मृत पाए गए । वे गत २० वर्षों से यह भूमिका निभा रहे थे ।

कांचीपुरम (तमिलनाडु) के एक चर्च की पाठशाला में, ईसाई शिक्षक ने विभूति एवं रुद्राक्ष पहनकर आने वाले छात्रों को पीटा !

तमिलनाडु में नास्तिकवादी द्रमुक सरकार होने के कारण, उससे हिन्दुओं को न्याय मिलने की संभावना नहीं है । ऐसी घटनाएं स्थायी रूप से रोकने के लिए, सर्वदूर के हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए दृढ संकल्प करना चाहिए !

भूख सूचकांक निर्धारित करने की पद्धति अशास्त्रीय है तथा उसे निर्धारित करने की पद्धति से अनेक गंभीर चूकें ! – भारत ने सूचकांक अस्वीकार किया !

भारत को यदि जानबूझकर इस प्रकार से सूचकांक के नाम पर विश्वस्तर पर बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा हो, तो भारत को उसका तीव्र विरोध कर इस सूचकांक को अस्वीकार ही करना चाहिए !

आजमगढ (उत्तर प्रदेश) में श्री दुर्गा देवी के पूजा मंडप में घुस कर पिस्तौल दिखाते हुए मूर्ति हटाने के लिए कहने वाले एक धर्मांध को बंदी बनाया 

क्या उत्तर प्रदेश पाकिस्तान में है ? उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए धर्मांध इतना साहस कैसे जुटा पाते हैं ?, ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में उठता है !

पुलिस के साथ वाद विवाद के पश्चात अपनी ही धार्मिक शोभायात्रा के समय धर्मांधों द्वारा हिंसा

धर्मांधों की धार्मिक शोभायात्रा के समय वे हिंसा क्यों करते हैं ? क्या यह धर्मनिरपेक्ष एवं आधुनिकतावादी बताएंगे ?

दिल्ली पुलिस के दो सिपाही, गुंडों की टोली से संबंध रखने के आरोप में बंदी बनाए गए !

गुंडे पुलिस ! ऐसे पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास का दंड होना चाहिए !

पुंछ में हुतात्मा हुए २ सैनिक 

और कितने दिन भारतीय सैनिक हुतात्मा होते रहेंगे ? कश्मीर में आतंकवाद को जड-सहित नष्ट करने का प्रयास कब होगा ?

दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन के स्थान पर एक युवक की अमानुषिक हत्या !

सिखों के धर्मग्रंथ ‘श्री गुरू ग्रंथ साहिब’ का अपमान करने के आरोप में हत्या

नेपाल से सटे भारतीय जिलों में धर्मांधों की जनसंख्‍या में ढाई गुना वृद्धि !

यह स्‍थिति चिंता का विषय है ; इसलिए, भारत का और एक विभाजन होने से पूर्व ही हिन्‍दू राष्‍ट्र की स्‍थापना कीजिए !