रामनगर (कर्नाटक) में ‘कर्नाटक राज्य संस्कृत विश्वविद्यालय’ स्थापित किया जाएगा !
ऐसे संस्कृत विश्वविद्यालय राज्य के प्रत्येक जनपद में होने चाहिए । इसके लिए, प्रत्येक राज्य एवं केंद्र सरकार को प्रयास करने चाहिए ; ऐसा धर्मप्रेमी हिन्दुओं को लगता है !
ऐसे संस्कृत विश्वविद्यालय राज्य के प्रत्येक जनपद में होने चाहिए । इसके लिए, प्रत्येक राज्य एवं केंद्र सरकार को प्रयास करने चाहिए ; ऐसा धर्मप्रेमी हिन्दुओं को लगता है !
महिला आतंकवादी कांग्रेस के स्वर्गीय भूतपूर्व विधायक की पुत्रवधू !
महिला आतंकवादी पूर्व में हिन्दू थी तथा उसने धर्मांतरण किया है !
तरूण मुरारी बापू आज भी उनकी भूमिका पर कायम हैं । तरुण मुरारी बापू ने छिंदवाडा रोड पर वीरा लॉन में श्रीमद्भागवत कथा के समय उपरोक्त विधान किए थे । इससे पहले धर्म संसद में गांधी के विरोध में कथित अपशब्दों का प्रयोग करने पर कालीचरण महाराज को हिरासत में लिया गया है
चुनाव आने के बाद राहुल गांधी जैसे लोग ‘हिन्दू’ बनकर बाहर निकलते हैं । इनके पूर्वज ही बताते थे ‘हम ‘एक्सीडेंटल’ हिन्दू हैं ।’ इस कारण ये लोग स्वयं को ‘हिन्दू’ कह नहीं सकते, ऐसे शब्दों में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काँग्रेस के नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी की है ।
वर्ष १९९१ में कारसेवकों पर गोली चलाकर उनके शव पत्थर से बांधकर शरयू नदी में फेंकने वाले, साथ ही बाबर के वंशज होने वाले धर्मांधों को खुश करने वाली समाजवादी पार्टी कभी रामराज्य स्थापित कर सकेगी क्या ?
सीमा पर चीन के ६० सहस्र सैनिक तैनात
भारत की ओर से भी सैनिकों की तैनाती
वर्तमान काल में इस प्रकार का विश्वास रखने वाले सरमा को शुभकामनाएं; केवल असम में ही नहीं, तो संपूर्ण देश में पिछले ७४ वर्षों में ऐसी स्थिति निर्माण नहीं हो सकी, यह सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद है, यह भी उतना ही सत्य है !
क्या धर्मनिरपेक्षता के नाम पर रास्तों पर नमाज पठन कर अन्य धर्मियों को कष्ट पहुंचाना उचित है ? धर्मनिरपेक्षता के नाम पर आप हिन्दू मंदिरों में कैसे नमाज पठन करते हैं ? इसी न्याय से, धर्मनिरपेक्षता के ही नाम पर सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम सरकार आयोजित कर रही हो, तो यह उचित ही है !
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के विरोध का परिणाम
धर्मांतरण और आतंकवादी कार्यवाही में सहभागी होने का संगठन पर आरोप !
भारतीय सेना ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए ‘चीन के सैनिकों के उनका राष्ट्रध्वज फहराने की जगह चीन के अधिकार वाली गलवान घाटी के हिस्से में है ।