इस्लामवादी विचारधारा और उससे होने वाली हिंसा सुरक्षा के लिए प्रमुख खतरा ! – ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेअर

टोनी ब्लेअर को जो लगता है वह विश्व के अन्य नेताओं को लगता है क्या, या वे अभी भी धर्मनिरपेक्षता की गोद में सो रहे हैं ?

(कहते हैं) ‘भारत में मुसलमान कभी भी बहुसंख्यक नहीं हो सकते !’ –  कांग्रेस के सांसद दिग्विजय सिंह 

देश के अनेक जिले और तहसील अब मुसलमान बाहुल्य हो गए हैं । वहां के हिन्दुओं पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला जाता है, उनको वहां से पलायन करने के लिए विवश किया जाता है, इस विषय में दिग्विजय सिंह बोलेंगे क्या ?

भले ही बडे विक्रेता स्वयं के पास मादक पदार्थ न रखते हो, उनके विरुद्ध की गई कार्यवाही उचित ही है ! – पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय

मादक पदार्थों के विक्रेता की गिरफ्तारी-पूर्व जमानत, आवेदन न्यायालय ने निरस्त की !

इस्लाम धर्म संगीत, नृत्य, लोकतंत्र, महिला अधिकार आदि का विरोध करता है ! – बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

क्या भारत में धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी , इस्लामवादी विद्वान आदि क्या इस विषय में बात करेंगे ? क्या वे तालिबान का विरोध करेंगे ?

चीन और तालिबान के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं, तथापि वे कोई मार्ग निकालने का प्रयत्न कर रहे हैं ! – जो बायडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने कहा, “अब तालिबान से कैसे निपटना चाहिए ?, यह सभी देश विचार कर रहे हैं ।

‘मुझे अपेक्षा है कि तालिबान इस्लामी नियमों के आधार पर अच्छा शासन करेगा !’ – फारूक अब्दुल्ला

जब तालिबान का इतिहास एवं वर्तमान क्रूरता के होते हुए भी, फारूक अब्दुल्ला ऐसा वक्तव्य देने साहस कैसे जुटाते हैं

‘इस्लाम’ विदेशी आक्रांताओं के साथ भारत में आया’, यह इतिहास है वैसा बताना आवयक ! – मोहन भागवत, संघ प्रमुख, रा.स्व. संघ 

मुसलमान समाज के समझदार और अच्छे विचारों के नेताओं को आततायी वक्तव्यों का विरोध करना चाहिए । उन्हें यह काम लंबे समय तक और प्रयास पूर्वक करना होगा ।

‘ब्राह्मणों को अपने गांव में न आने दें’, ऐसा आवाहन करने वाले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता को हिरासत !

ऐसे जाति द्वेष के कारण ही भारत में जात-पांत अभी भी समाप्त नहीं हो सका है । जात-पांत नष्ट करने के लिए इस प्रकार की कुत्सित बुद्धि की मानसिकता को प्रथम नष्ट करना आवश्यक !

काबुल में पाकिस्तान-विरोधी प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए तालिबान द्वारा हवा में गोलीबारी !

इससे तालिबान का पाकिस्तान के प्रति प्रेम अधिक स्पष्ट होता है ! ध्यान दें, कि तालिबान की सहायता करने वाले पाकिस्तान के विरुद्ध विश्व का कोई भी देश मुंह नहीं खोलता है !