भाग्यनगर में रामनवमी की फेरी के उपरांत धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं की पिटाई

भाजपा के विधायक टी. राजा सिंह पर कथित आपत्तिजनक वक्तव्य के कारण अपराध प्रविष्ट !

तेलंगाना सरकार द्वारा रमजान की कालावधि में मुसलमान कर्मचारियों को १ घंटा पूर्व घर जाने की अनुमति

इससे पूर्व बिहार सरकार ने भी ऐसा निर्णय लिया है । वहां एक घंटा पूर्व काम पर उपस्थित रहने के लिए कहा गया है ।

भाग्यनगर (तेलंगाना) में मुसलमान युवती से विवाह करनेवाले हिन्दू युवक की युवती के भाईयों ने की हत्या !

‘लव जिहाद’ के विरुद्ध हिन्दुओं के आवाज उठाने पर ‘प्रेम का कोई धर्म नहीं होता’, उनको ऐसा कहनेवाले धर्म-निरपेक्षतावादी एवं आधुनिकतावादी ऐसी घटना के उपरांत छुपकर बैठ जाते हैं !

आत्महत्या करनेवाले अधिकतर विद्यार्थी दलित तथा आदिवासी ! – मु्ख्य न्यायाधीश चंद्रचूड का दावा

भाऱत मे मुख्य न्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड ने कहा, ‘समाज के किसी उपेक्षित वर्ग के प्रति सहानुभूति न होने के कारण जो भेदभाव बढा है, उसके कारण विद्यार्थियों की आत्महत्या बढी है ।

भाग्यनगर विश्‍वविद्यालय में एस.एफ.आइ. एवं एबीवीपी के छात्रों ने किया हंगामा !

तेलंगाना में हिन्दुद्वेषी तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार होने से इस घटना में यदि एस.एफ.आइ. के छात्र दोषी होंगे, तब भी उन पर कार्रवाई नहीं होगी, यही वास्तविकता है !

विधायक टी. राजा सिंह को जान से मारने की धमकियां !

हिन्दुबहुल राष्ट्र में एक हिन्दुत्वनिष्ठ को इस प्रकार धमकियां मिलना समस्त हिन्दू एवं सरकारी तंत्रों के लिए लज्जाजनक ! इस चित्र में परिवर्तन लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही एकमात्र विकल्प !

भाग्यनगर में आवारा कुत्तों के आक्रमण में ४ वर्षीय बच्चे की मृत्यु

आवारा कुत्तों की समस्या देशभर के नागरिकों के लिए बडा सिरदर्द बन गई है । इस पर केंद्र सरकार को ठोस उपाय करना आवश्यक है !

(और इनकी सुनिए…) ‘हिन्दू राष्ट्र’वालों ने जुनैद एवं नासीर को मार डाला !’ – असदुद्दीन ओवैसी  का आरोप !

भारत को इस्लामी देश बनानेवालों ने कश्मीर में क्या किया ? इस विषय में ओवैसी कभी कुछ नहीं बोलते, इसकी ओर ध्यान दें !

भाग्यनगर में पकडे गए आतंकवादी करते थे मुसलमान युवकों की भर्ती !

‘आतंकवादियों का धर्म होता है’, यह अब संपूर्ण विश्व को स्वीकार हुआ है । इस कारण अब यह धार्मिक आतंकवाद नष्ट करने के लिए धर्मांधों की जिहादी मानसिकता नष्ट की जाय, इसका विचार कर उस पर कृति करना आवश्यक है !

(इनकी और सुनिए कहते हैं) ‘प्रधानमंत्री के विरुद्ध  वृत्तचित्र पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है; किंतु गोडसे पर बने चलचित्र पर नहीं !’ – असदुद्दीन ओवैसी

जो असत्य है उसपर प्रतिबंध लगाना ही चाहिए एवं जो सत्य है उसे विश्व के सामने लाना ही चाहिए !  यदि ओवैसी इसके विपरीत मांग कर रहे हैं तो उसे कैसे मान्य किया जा सकता है ?