भाग्यनगर (तेलंगाना) – पिछले वर्ष अक्टूबर माह में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अब्दुल जाहिद, माज हसन फारुक और समीउद्दीन इन ३ आतंकवादियों को बंदी बनाया था । उन पर प्रविष्ट हुए किए गए अपराध में कहा है कि, अब्दुल जाहिद यह आतंकवादी लष्कर-ए-तोयबा और इस्लामिक स्टेट इन आतंकवादी संगठनों के संपर्क में था । पाकिस्तान से उसे आदेश देनेवालों के अनुसार वह मुसलमान युवकोें की संगठन में भर्ती करता था । यह युवक आतंकवादी कार्यवाहियां करते थे ।
NIA की FIR से पाकिस्तान की साजिश का खुलासा हुआ है. पढ़ें पूरी खबर #NIA #Pakistan #Terrorists https://t.co/efhuXoGBba
— ABP News (@ABPNews) February 5, 2023
जाहिद के घर से २ हथगोले और ४ लाख रुपए नकद जप्त किए गए थे । जाहिद ने वर्ष २००२ में भाग्यनगर के दिलसुखनगर के श्री साईबाबा मंदिर, वर्ष २००४ में सिकंदराबाद के श्री गणेश मंदिर और वर्ष २००५ में बेगमपेट के पुलिस कार्यालय पर आक्रमण किए थे ।
भारत में करनेवाले थे ‘लोन वुल्फ अटैक’ !
(लोन वुल्फ अटैक अर्थात अकेले किए जाने वाला आक्रमण)
पाकिस्तान इन आतंकवादियों की सहायता से भारत में ‘लोन वुल्फ अटैक’ करनेवाला था । इसके लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को या नेताओं को लक्ष्य किया जाना था ।
संपादकीय भूमिका‘आतंकवादियों का धर्म होता है’, यह अब संपूर्ण विश्व को स्वीकार हुआ है । इस कारण अब यह धार्मिक आतंकवाद नष्ट करने के लिए धर्मांधों की जिहादी मानसिकता नष्ट की जाय, इसका विचार कर उस पर कृति करना आवश्यक है ! |