अभिनेता आमीर खान के ‘लाल सिंग चढ्ढा’ चलचित्र की प्रदर्शनी का ‘नेटफ्लिक्स’द्वारा विरोध !

राष्ट्र एवं धर्म का विरोध करने पर क्या होता है, इसका अच्छा सबक अभिनेता आमीर खान को मिला है ! अन्य अभिनेता एवं अभिनेत्री इससे सीखें !

दोषियों पर कठोर कार्रवाई कर नई मुंबई के सभी चर्च के अंतर्गत आनेवाले छात्रावासों की जांच की जाए !

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? पुलिस स्वयं ही आरोपियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करती ?

‘यदि हमने इस प्रकार (वन्दे मातरम्) नहीं कहा, तो क्या हमें कारागृह में डालेंगे ?’

जिन क्रांतिकारियाें ने ‘वन्दे मातरम्’ का उद्घोष करते हुए भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करवाई, उसी भारत में रह कर ‘वन्दे मातरम्’ नहीं कहूंगा’, ऐसी उद्दंडता दिखानेवाले लोगों को क्या भारत में रहने का अधिकार है ?

संयुक्त राष्ट्र, भारत तथा विश्व के देशों को बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा करने हेतु अग्रसर रहना चाहिए ! – पू. (अधिवक्ता) रविंद्र घोष, अध्यक्ष, ‘बांग्लादेश मायनॉरिटी वॉच’

कुरान अथवा मोहम्मद पैगंबर का अनादर करने के झूठे आरोप लगाकर हिन्दुओं के मंदिर तोडना, देवी-देवताओं की मूर्तियां तोडना, हिन्दुओं के उपनिवेशों को जलाना, हिन्दुओं की हत्या करना तथा महिलाओं और लडकियों पर बलात्कार जैसे प्रकार दिन-प्रतिदिन बढ रहे हैं ।

स्वतंत्रा के स्मृतिदिन के उपलक्ष्य में राष्ट्रहित के लिए समर्पित होकर कार्य करें !

बंटवारे के समय हिन्दुओं और भारतीयों ने असंख्य कष्ट सहन किए । उनके कारण ही भारत आज संपूर्ण विश्व में नए रूप में आ रहा है ।

विनियोग क्षेत्र के तज्ञ राकेश झुनझुनवाला का निधन

विनियोग क्षेत्र के तज्ञ तथा ‘शेयर बाजार के राजा’ के रूप में पहचाने जानेवाले राकेश झुनझुनवाला (आयु ६२ वर्ष) का १४ अगस्त को निधन हो गया ।

हम सभी में भेदभाव उत्पन्न करने के लिए जात-पात की खाई निर्माण किया गया ! – सरसंघालक

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने प्रतिपादन किया है कि अनेक ऐतिहासिक घटनाएं हमें कभी बताई नहीं गईं, अथवा ठीक से पढाई नहीं गई हैं ।

भारत में, ‘वी.एल.सी. मीडिया प्लेयर’ चीनी कंप्यूटर सिस्टम पर लगा प्रतिबंध !

भारत में चित्रपट (वीडियो) देखने के लिए  भारी मात्रा में उपयोग किए जानेवाले ‘वी.एल.सी.मीडिया प्लेयर’ नामक चीनी कंप्यूटर प्रणाली पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।

‘लाल सिंह चढ्ढा’ चलचित्र का विरोध होने के कारण चलचित्रगृहों में अत्यंत ठंडा प्रतिसाद

यदि हिन्दू संगठित हुए, तो क्या हो सकता है, यह इसका एक छोटा सा उदाहरण है !

अमरावती में ‘हर घर तिरंगा’ के प्रचार रथ पर २ समाजकंटकों द्वारा आक्रमण

सभी को इस बात की जानकारी है कि अमरावती में आजतक घटी हुई समाजविघातक घटनाओं के पीछे कौन था ? इस विषय में पुलिस को त्वरित अन्वेषण कर समाजकंटकों को बंदी बनाकर कडी कार्यवाही करनी चाहिए । ऐसा करने से ही इन प्रकरणों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है !