अभिनेता आमीर खान के ‘लाल सिंग चढ्ढा’ चलचित्र की प्रदर्शनी का ‘नेटफ्लिक्स’द्वारा विरोध !
राष्ट्र एवं धर्म का विरोध करने पर क्या होता है, इसका अच्छा सबक अभिनेता आमीर खान को मिला है ! अन्य अभिनेता एवं अभिनेत्री इससे सीखें !
राष्ट्र एवं धर्म का विरोध करने पर क्या होता है, इसका अच्छा सबक अभिनेता आमीर खान को मिला है ! अन्य अभिनेता एवं अभिनेत्री इससे सीखें !
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? पुलिस स्वयं ही आरोपियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करती ?
जिन क्रांतिकारियाें ने ‘वन्दे मातरम्’ का उद्घोष करते हुए भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करवाई, उसी भारत में रह कर ‘वन्दे मातरम्’ नहीं कहूंगा’, ऐसी उद्दंडता दिखानेवाले लोगों को क्या भारत में रहने का अधिकार है ?
कुरान अथवा मोहम्मद पैगंबर का अनादर करने के झूठे आरोप लगाकर हिन्दुओं के मंदिर तोडना, देवी-देवताओं की मूर्तियां तोडना, हिन्दुओं के उपनिवेशों को जलाना, हिन्दुओं की हत्या करना तथा महिलाओं और लडकियों पर बलात्कार जैसे प्रकार दिन-प्रतिदिन बढ रहे हैं ।
बंटवारे के समय हिन्दुओं और भारतीयों ने असंख्य कष्ट सहन किए । उनके कारण ही भारत आज संपूर्ण विश्व में नए रूप में आ रहा है ।
विनियोग क्षेत्र के तज्ञ तथा ‘शेयर बाजार के राजा’ के रूप में पहचाने जानेवाले राकेश झुनझुनवाला (आयु ६२ वर्ष) का १४ अगस्त को निधन हो गया ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने प्रतिपादन किया है कि अनेक ऐतिहासिक घटनाएं हमें कभी बताई नहीं गईं, अथवा ठीक से पढाई नहीं गई हैं ।
भारत में चित्रपट (वीडियो) देखने के लिए भारी मात्रा में उपयोग किए जानेवाले ‘वी.एल.सी.मीडिया प्लेयर’ नामक चीनी कंप्यूटर प्रणाली पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।
यदि हिन्दू संगठित हुए, तो क्या हो सकता है, यह इसका एक छोटा सा उदाहरण है !
सभी को इस बात की जानकारी है कि अमरावती में आजतक घटी हुई समाजविघातक घटनाओं के पीछे कौन था ? इस विषय में पुलिस को त्वरित अन्वेषण कर समाजकंटकों को बंदी बनाकर कडी कार्यवाही करनी चाहिए । ऐसा करने से ही इन प्रकरणों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है !