छत्तीसगढ में नक्सलवादियों के आक्रमण में एक सैनिक की मृत्यु !

कांग्रेस की सरकार वाले छत्तीसगढ में कानून और सुरक्षा तार-तार ! जहां सैनिक और पुलिस सुरक्षित नहीं, वहां सर्वसामान्य जनता की क्या कहें !

छत्तीसगढ में २५० लोगों ने किया हिन्दू धर्म में पुन: प्रवेश !

ऐसी हिन्दूद्वेषी कांग्रेस को राजनीतिक दृष्टि से समाप्त करने हेतु हिन्दुओं को एकजुट होकर शपथ लेनी चाहिए !

छत्तीसगड में नक्सलवादियों द्वारा भाजपा पदाधिकारी की हत्या !

कांग्रेस राज्य में इससे अलग क्या अपेक्षित है ? केंद्र सरकार ने अब पनप रहे नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का प्रयास करना आवश्यक है !

आप मेरा साथ दीजिए, मैं हिन्दू राष्ट्र बनाऊंगा !

‘आप मेरा साथ दीजिए, मैं हिन्दू राष्ट्र बनाऊंगा’ बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने २३ जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती के दिन उनके रायपुर में लगे दरबार में यह नारा दिया । इसके साथ ही उन्होंने लोगें से इस घोषणा को समाज में फैलाने का भी आवाहन किया ।

बागेश्‍वर धाम के मंच पर सुलताना बेगम ने स्वीकार किया हिंदु धर्म  !

महंत पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्रीजी के बागेश्‍वर धाम के मंच पर सुलताना बेगम ने २१ जनवरी के दिन हिंदू धर्म में प्रवेश किया ।

भगवान बालाजी तथा श्री हनुमान द्वारा जो आदेश आते हैं, वही मैं कहता हूं ! – बागेश्‍वर धाम पीठ के पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री

मैं कोई तपस्वी अथवा मन की बात जाननेवाला नहीं हूं । जब मैं गादी पर (बागेश्‍वर धाम पीठ की गादी) बैठा नहीं होता, तब एक सामान्य मनु्ष्य होता हूं, परंतु गादी पर बैठ कर भगवान बालाजी तथा श्री हनुमानजी का स्मरण करने पर जो आदेश मिलते हैं, मैं वही कागज पर लिखता हूं ।

चमत्कार के द्वारा जोशीमठ गांव का भूस्खलन रोककर दिखाए जयजयकार करेंगे !

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री की नाम लिए बिना चुनौती !

छत्तीसगढ में १ सहस्र १०० ईसाइयों ने की हिन्दू धर्म में वापसी !

छत्तीसगढ में महासमुंद जिले के बसना में १ सहस्र १०० धर्मांतरित ईसाइयों ने मूल हिन्दू धर्म में प्रवेश किया है । बसना में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के समय आयोजित कार्यक्रम में इन धर्मांतरित ईसाइयों ने हिन्दू धर्म में प्रवेश किया ।

आदिवासी समाज द्वारा धर्मांतरण के विरोध में ७ जिलों में किए बंद के आवाहन को मिला उत्स्फूर्त प्रतिसाद

छत्तीसगढ में ईसाई कांग्रेस की सरकार सत्ता में आने से वहां धर्मांतरण करने वालों पर कार्यवाही होगी, ऐसी अपेक्षा ही नहीं होनी चाहिए । वहां परिणामकारण संगठन के द्वारा ही धर्मांतरण की घटनाएं रोकी जा सकती हैं !

नारायणपुर (छत्तीसगढ) में धर्मांतरण के विरोध में बंद के समय आदिवासियों द्वारा चर्च में तोडफोड !

‘देश में धर्मांतरण विरोधी कानून न होने से अब जनता ही धर्मांतरण का विरोध करने के लिए कानून हाथ में ले रही है’, ऐसा कहना में गलत क्या ? इस ओर सरकार को गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है !