रायपुर (छत्तीसगड) – महंत पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्रीजी के बागेश्वर धाम के मंच पर सुलताना बेगम ने २१ जनवरी के दिन हिंदू धर्म में प्रवेश किया । इस दिन पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री जी ने छत्तीसगढ़ में उनका दरबार लगाया था। ‘आज इन बहनजी ने बालेश्वर बालाजी का चमत्कार देखकर एवं सनातन हिन्दू धर्म को सर्वस्व मानते हुए स्वेच्छा से हिन्दू धर्म स्वीकार किया है’ , ऐसा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया है । विशेष रूप से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर कुछ लोग अंधश्रद्धा फैलाने का आरोप कर रहे हैं ।
‘यहाँ भाई-बहन की आपस में शादी नहीं होती’: बागेश्वर धाम के मंच पर सुल्ताना बेगम ने अपनाया हिन्दू धर्म, कहा – यहाँ औरतों की ज़िंदगी नहीं होती बर्बाद#बागेश्वर_धाम_सरकार #DhirendraKrishnaShastri #BageshwarDham #GharWapsihttps://t.co/Kiis6OUNXz
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) January 21, 2023
हिन्दू धर्म सभ्यता का धर्म ! – सुलताना बेगमसुलताना बेगम ने कहा, ‘‘मैं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की हूं । मेरे पिता का नाम आमिर खान एवं मां का नाम शर्वरी बेगम है। मैं मूर्ति की पूजा करती हूं ; इसीलिए मेरे परिवारवालों ने मुझे छोड़ दिया है। लोग मुझे कहते हैं कि मैं इस्लाम के नाम पर कलंक हूं । मैं मर गई तो मैं नरक में जाऊंगी।’ वे आगे कहती हैं, ‘मेरा मन कहता है कि हिन्दू धर्म से अधिक अच्छा दूसरा धर्म नहीं हो सकता ; क्योंकि यह धर्म सभ्यता का धर्म है। यहां भाई बहन में विवाह नहीं होता। यहां महिलाओं का जीवन व्यर्थ नहीं होता । इस धर्म में तीन बार तलाक नहीं होता । इसमें सात फेरों का विवाह होता है । उसमें कुमकुम महत्त्वपूर्ण है, मंगलसूत्र महत्त्वपूर्ण है। पूरे सोलह संस्कार महत्त्वपूर्ण हैं ।’ (लव जिहाद को बलि चढी हिन्दू धर्म का त्याग करनेवाली हिन्दू युवतियों की आंखें खोलनेवाला विधान ! – संपादक) |