पुलिस अधिक्षक को भी मारा
नारायणपुर (छत्तीसगढ) – २ जनवरी, २०२३ के दिन आदिवासियों ने ईसाई मिशनरियों की ओर से किए जाने वाले धर्मांतरण के विरोध में बंद का आवाहन किया था । इस समय कुछ आदिवासियों ने एक चर्च में और वहां पर येशू की मूर्ति की तोडफोड की । इस समय घटना स्थल पर आकर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने पर संतप्त आदिवासियों ने पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार पर आक्रमण किया, जिसमें वे घायल हो गए । उन्हें तत्परता से अस्पताल में भर्ती किया गया ।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के आरोप में चर्च पर हमला:आदिवासी समाज का हिंसक प्रदर्शन; पुलिसकर्मियों को बनाया निशाना, SP का सिर फूटाhttps://t.co/rCPKCAMxNu #Chhattisgarh #Jagdalpur pic.twitter.com/r7EVA013Ek
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) January 2, 2023
१. पिछले १५ दिनों से धर्मांतरण पर विवाद चालू होने से वहां तनाव था । इसी में २ जनवरी को बंद का आवाहन किया गया था । ३१ दिसंबर और १ जनवरी के दिन यहां के गार्रा गांव में ईसाइयों और आदिवासियों में मार-पीट हुई थी । इस झगडे में घायल हुए आदिवासियों ने ईसाइयों पर कार्यवाही करने के लिए बंद का आवाहन किया था ।
२. बंद के दिन पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी ने सभी आदिवादी समाज के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की थी । इस बैठक के उपरांत आदिवासी समाज के लोग एक चर्च में घुसे और उन्होंने तोडफोड की । घटना स्थल पर पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के पहुंचने पर उनके ऊपर भी आक्रमण किया गया ।
३. जिलाधिकारी अजीत वसंत ने कहा कि, अभी स्थिति नियंत्रण में है । मार-पीट करनेवालों पर अपराध प्रविष्ट कर कठोर कार्यवाही की जाएगी । किसी को भी छोडा नहीं जाएगा ।
संपादकीय भूमिका‘देश में धर्मांतरण विरोधी कानून न होने से अब जनता ही धर्मांतरण का विरोध करने के लिए कानून हाथ में ले रही है’, ऐसा कहना में गलत क्या ? इस ओर सरकार को गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है ! |