Rapes In Police Custody : देश में वर्ष २०१७ से २०२२ की अवधि में पुलिस अभिरक्षा में हुई २७० से अधिक बलात्कार की घटनाएं !
यह पुलिस और सरकारों के लिए लज्जाजनक !
यह पुलिस और सरकारों के लिए लज्जाजनक !
एक अध्ययन में पाया गया है कि यौन संचारित सामग्री बलात्कार तथा यौन उत्पीडन में वृद्धि का एक प्राथमिक कारक है । इसी बात को ध्यान में रखते हुए ओ.टी.टी प्लेटफॉर्म पर ऐसी यौन, विकृत तथा अनैतिक सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए, ऐसी सामग्री पर व्यापक प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए ।
ऐसे पाशवी वृत्ति के नराधमों को मृत्युदंड देना ही उचित !
पीडित महिला ८० प्रतिशत से अधिक जल गई है । उसे उपचार के लिए ग्वालियर के एक अस्पताल में भर्ती किया गया है ।
देश में हो रहे बलात्कार अल्प करने के लिए मादागास्कर सरकार द्वारा लिया गया अभिनंदनीय निर्णय ! भारत को भी इससे बोध लेना आवश्यक !
परिजनों का आरोप, बलात्कार कर क्रूर हत्या की गई ।
‘ऐसे वासनांधों को शरीयत कानून के अनुसार भरे चौक में बांधकर पत्थरों से मारकर उनकी हत्या करने का दंड दिया जाए’, ऐसी मांग यदि कोई करेगा, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !
‘भारत के मुसलमान संकट में हैं’, ऐसा जोर से रोना-धोना चालू कर भारत की प्रतिमा मलिन करने को इच्छुक पाश्चात्य प्रसारमाध्यम अब चुप क्यों हैं ?
जो ब्रिटिश संसद सदस्यों को ध्यान में आता है, यह अधिकांश भारतीय जनप्रतिनिधियों के ध्यान में नहीं आता, यह जानिए !
पीडिता का बलात्कार करने वाले उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता पी.जी. मनु के विरोध में ‘लुक आउट नोटिस’ जारी की है ।