खालिस्तानियों द्वारा सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका) में भारतीय दूतावास की तोडफोड !
महासत्ता समझे जानेवाले अमेरिका की पुलिस क्या ऐसी घटनाओं के समय सोई होती है ?
महासत्ता समझे जानेवाले अमेरिका की पुलिस क्या ऐसी घटनाओं के समय सोई होती है ?
कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में खलिस्तानवादी भारतीय दूतावास एवं हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण कर रहे है; परंतु इन देशों द्वारा इसपर कोई कठोर कार्यवाही होती नहीं दिखाई दे रही है । अब भारत सरकार तथा भारतीय जनता को इन देशों के विरोध में कठोर होने की आवश्यकता है !
अमृतपाल सिंह युवकों को आत्मघाती आक्रमण के लिए तैयार कर रहा था ।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित ‘‘इन्स्टिट्यूट फॉर इकॉनॉमिक्स एंड पीस(अर्थशास्त्र और शांति संस्थान’ ) ने ‘वैश्विक आतंकवाद सूचकांक २०२२’ (ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स २०२२) के अंतर्गत आतंकवादी गतिविधियों के संबंध में २० प्रमुख आतंकवादी संगठनों की सूची प्रकाशित की है ।
केंद्रशासन ने अभी अभी ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ अर्थात ‘पी.एफ.आइ.’ पर प्रतिबंध लगाया । इस संगठन का राजकीय पक्ष ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ पर भी (‘एस.डी.पी.आइ.’ पर भी) कार्यवाही होने की संभावना व्यक्त की जा रही है ।
सभी प्रकार के आतंकवादी आक्रमण, फिर वो सिख विरोधी हो, बौद्ध विरोधी हो अथवा हिन्दु विरोधी हो, विरोध करने योग्य है । अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नई संज्ञा और गलत प्रधानता के विरोध में खडे रहने की आवश्यकता है ।
हिन्दुओं पर जिहादी आतंकवादियों ने सहस्रों आक्रमण किए; लेकिन हिन्दुओं ने कभी इसका बदला नहीं लिया । विपरीत इसके ‘आतंकवादियों का धर्म नहीं होता’, ऐसा ही आधुनिकतावादी हिन्दू बताते रहे, यह ध्यान में लें !
खलिस्तानवादी वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह के माध्यम से पंजाब में हिंसाचार फैलाने का षडयंत्र अन्य खालिस्तानवादी संगठनों ने रची है, यह जानकारी गुप्तचर संस्थाओं ने दी है । इस विषय में राज्य और केंद्र सरकार को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है ।
एन.आइ.ए. के प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों में गोला बारूद लगाने का प्रयास किया था ।
पीपल्स डेमोक्रैटटिक पार्टी की (पीडीपी) की अध्यक्षा मेहबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में कश्मीरी हिन्दू संजय शर्मा की आतंकियों ने हत्या करने के उपरांत दुख व्यक्त करते हुए ‘शर्मा की हत्या के विषय में कश्मीरी मुसलमान लज्जित है’, ऐसा कहते हुए केंद्र सरकार तो कश्मीर में आतंकवाद समाप्त होने का दावा कर रही है ।