श्रीकृष्ण जन्मभूमि के ऊपर बनी शाही मस्जिद पर लगे भौंपू बंद करो ! – दीवानी न्यायालय में याचिका
यह मस्जिद केशवदेव मंदिर का गर्भगृह है और यहां सुबह साढे चार बजे भौंपू से दी जानेवाली अजान पर बंदी डाली जाए, तथा इस भाग का सर्वेक्षण किया जाए ।
यह मस्जिद केशवदेव मंदिर का गर्भगृह है और यहां सुबह साढे चार बजे भौंपू से दी जानेवाली अजान पर बंदी डाली जाए, तथा इस भाग का सर्वेक्षण किया जाए ।
मथुरा (उत्तर प्रदेश) – यहां श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के प्रकरण में प्रविष्ट की गई याचिका यहां के जिला न्यायालय ने स्वीकार की है ।
वाराणसी, यहां के न्यायालय में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के उपरांत मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर शाही ईदगाह मस्जिद का भी सर्वेक्षण एवं चित्रीकरण की मांग से संबंधित याचिका प्रविष्ट की गई थी, जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर ली है ।
राम मंदिर के संदर्भ में ‘प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट’ के सेक्शन ४ को छूट दी गई थी । आज की तारीख में आर्टिकल २५४ (२) के अंतर्गत राज्य सरकार को उसमें सुधार कर उसे काशी और मथुरा से जोडा जाए और उसके उपरांत राष्ट्रपति उस पर हस्ताक्षर करेंगे ।
सर्वाेच्च न्यायालय का निर्णय काशी, मथुरा, ‘वक्फ कानून’ एवं ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट’ का केंद्रबिंदु है । सर्वाेच्च न्यायालय ने ११६ एवं ११७ इन सूत्रों में कहा है, ‘ऐतिहासिक दृष्टि से मंदिर होगा और उसे तोडा गया हो, तो वह मंदिर बनाने का संकल्प अभेद्य है ।’
वर्ष २०२१ में न्यायालय ने याचिका नकार दी थी !
वहां एक मंदिर पहले से है और उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित किए ‘काशी विश्वनाथ धाम’ के समान नया रुप दिया जा सकता है, ऐसा विधान अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमामालिनी ने यहां पत्रकारों से बोलते समय किया ।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन समिति के अध्यक्ष द्वारा मथुरा न्यायालय में याचिका !
हिन्दुओं को लगता है, कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने के कारण, हिन्दुओं को यह अनुमति मिलनी चाहिए !
कुछ दिन पूर्व, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं अन्य मंत्रियों ने मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ईदगाह मस्जिद पर श्रीकृष्ण मंदिर निर्माण के संबंध में वक्तव्य दिए थे । इस संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्न का उपरोक्त उत्तर चौधरी लक्ष्मी नारायण ने दिया ।