सीधे ईश्वर से चैतन्य और मार्गदर्शन ग्रहण करने की क्षमता होने से आगामी ईश्वरीय राज्य का संचालन करनेवाले सनातन संस्था के दैवी बालक !

सनातन संस्था में कुछ दैवी बालक हैं । उनका बोलना आध्यात्मिक स्तर का होता है । आध्यात्मिक विषय पर बोलते हुए उनके बोलने में ‘सगुण-निर्गुण’, ‘आनंद, चैतन्य, शांति’ जैसे शब्द होते हैं । ऐसे शब्द बोलने के पूर्व उन्हें रुककर विचार नहीं करना पडता ।

राज्य के कानून, समाज कल्याण एवं औद्योगिक विकास मंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष के साथ सदिच्छा भेंट !

विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रकांड विद्वान मा. श्री. हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि ‘‘सनातन धर्म ही जीवन का मूल आधार है ।’’ उन्होंने संस्था द्वारा प्रकाशित ग्रंथ विधानसभा के पुस्तकालय में उपलब्ध करवाने का आदेश भी दिया ।

सनातन के साधकों ने ली दैनिक ‘जागरण’ के पत्रकार श्री. वीरेंद्रकुमार ओझा की सदिच्छा भेंट !

सनातन पंचांग देखकर श्री. ओझा का भाव जागृत हुआ । वे बोले, ‘‘लगभग ६-७ वर्षाें पूर्व मुझे सनातन पंचांग मिला था । उसे मैंने अब तक सहेजकर रखा है ।’’

(कहते हैं) क्या सनातन संस्था का आपराधिक जगत से (अंडरवर्ल्ड से) संबंध जोडा जा सकता है ?

देवेंद्र फडणवीस द्वारा लगाए गए आरोपों पर अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने उठाया यह प्रश्न !

सनातन संस्था ने कुख्यात आतंकी दाऊद की कोई भी संपत्ती नहीं खरीदी है ! – सनातन संस्था

सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने एक विज्ञप्ति में कहा है, कि सनातन संस्था और अजय श्रीवास्तव का कोई भी संबंध नहीं है । साथ ही, उन्होंने यह कहा है, कि पर्याप्त जानकारी लिए बिना नवाब मलिक सनातन संस्था के संदर्भ में इस प्रकार झूठे आरोप लगाकर अपनी हंसी न कराएं ।

‘फेसबुक’ को जिहादी आतंकवादी संगठन नहीं, अपितु ‘सनातन संस्था’ लगती है खतरनाक !

फेसबुक ने सनातन संस्था को आतंकवादी संगठन, माओवादी संगठन आदि की पंक्ति में खडा कर, अपना बौद्धिक दिवालियापन ही उजागर किया है ! – संपादक

फरार आतंकवादी जाकिर नाइक को नहीं; अध्यात्मप्रसार करनेवाली सनातन संस्था को संकट माननेवाली ‘फेसबुक’ हिन्दूद्वेषी है ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

हम ‘फेसबुक’ को चुनौती देते हैं कि वह सनातन संस्था की एक भी आपत्तिजनक अथवा समाजविघातक पोस्ट दिखाए । सनातन संस्था भारतीय संविधान और कानून का पालन कर धर्मप्रसार करनेवाली एक आध्यात्मिक संस्था है ।

‘सनातन’ के नाम से नोकरी दिलवाने का लालच देनेवालों से सावधान रहें ! – चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था

हाल ही में सनातन संस्था के ठाणे जिले के एक साधक को एका महिला का दूरभाष आया । उन्होंने पूछा, ‘सनातन संस्था का कळवा (जिला ठाणे) में विद्यालय आरंभ हो रहा है, तो उसमें मुझे नौकरी मिल सकती है क्या ? आपका संपर्क क्रमांक मुझे राबोडी के एक हिन्दुत्वनिष्ठ द्वारा प्राप्त हुआ ।’

समाज के प्रत्येक घटक के लिए आवश्यक सनातन की व्यापक ग्रंथसंपदा का लाभ उठाएं ! – पू. नीलेश सिंगबाळ, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति

सनातन संस्था ने अध्यात्म, धर्माचरण, दैनिक आचरण से संबंधित गतिविधियां, भारतीय संस्कृति आदि अनेक विषयों पर अमूल्य एवं व्यापक ग्रंथ प्रकाशित किए हैं । सनातन के ग्रंथों का दिव्य ज्ञान समाज में प्रसारित करने के लिए संपूर्ण भारत में संस्था द्वारा ‘ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान’ चलाया जा रहा है ।

सनातन में ‘मैंने किया’, ऐसा कुछ भी न होना – परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी

‘कुछ आध्यात्मिक संस्थाएं अथवा संप्रदाय कोई अभियान अथवा कार्यक्रम करने पर ‘हमने यह किया, हमने वह किया’, ऐसा बताते हुए दिखाई देते हैं; परंतु सनातन में सभी कार्य महर्षि, संत आदि के अर्थात भगवान के मार्गदर्शन अनुसार किया जाता है ।