राज्य के कानून, समाज कल्याण एवं औद्योगिक विकास मंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष के साथ सदिच्छा भेंट !

सनातन संस्था द्वारा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान !

(बाईं ओर से) विधानसभा अध्यक्ष मा. श्री. ह्रदय नारायण दीक्षित से महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के शोध कार्य के बारे में जानकारी देते हुए श्री. अभय वर्तक एवं श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी

     लखनऊ (उत्तर प्रदेश) – ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान के अंतर्गत हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तर प्रदेश एवं बिहार समन्वयक श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी एवं सनातन संस्था के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एवं राज्य के कानून, समाज कल्याण एवं औद्योगिक विकास मंत्री महोदय की सदिच्छा भेंट ली । इस संपर्क अभियान में सभी मान्यवरों को सनातन भारतीय संस्कृति संस्था द्वारा प्रकाशित ग्रंथ एवं महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के शोध कार्य के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई । सभी महानुभावों द्वारा परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी द्वारा किए जानेवाले आध्यात्मिक कार्य की सराहना की गई ।

     विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रकांड विद्वान मा. श्री. हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि ‘‘सनातन धर्म ही जीवन का मूल आधार है ।’’ उन्होंने संस्था द्वारा प्रकाशित ग्रंथ विधानसभा के पुस्तकालय में उपलब्ध करवाने का आदेश भी दिया । इस समय उन्हें सनातन पंचांग भेंट दिया गया ।

     औद्योगिक विकास मंत्री मा. सतीश महाना ने गोवा स्थित सनातन के रामनाथी आश्रम में आने के उपरांत आए दिव्य अनुभवों के बारे में बताया एवं सभी ग्रंथ उनके क्षेत्र के पाठशालाओें के पुस्तकालय में उपलब्ध करवाने का आश्वासन भी दिया । कानून मंत्री मा. श्री. बृजेश पाठक ने कहा, ‘‘मैं इस अभियान हेतु अवश्य सहायता करूंगा ।’’ इस समय हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा प्रकाशित ‘लव जिहाद’ ग्रंथ भेंट किया गया । समाज कल्याण मंत्री मा. रमापती शास्त्री ने पूरा समय देकर सनातन संस्था का धर्मप्रचार का कार्य समझ लिया । इस समय गोवा स्थित रामनाथी आश्रम में उन्हें आने का आमंत्रण दिया गया । मानव उत्थान हेतु एवं समाज के कल्याण हेतु सनातन संस्था किस प्रकार प्रयास कर रही है, इस बारे में मा. मंत्रीजी को अवगत कराया गया । ‘सनातन भारतीय संस्कृति संस्था द्वारा प्रकाशित ‘बालसंस्कार’ ग्रंथमाला विद्यार्थी गण एवं अध्यापकों के लिए उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंगे’ ऐसा आश्वासन उन्होंने दिया ।