नई देहली – ‘‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ नामक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन परिषद द्वारा हिन्दू धर्म के विरोध में दुष्प्रचार और हिन्दुत्व को आतंकवाद से जोडने का प्रयास किया गया । इससे दिखाई देता है कि अमेरिका में बढते हिन्दुत्व के प्रभाव का विरोध करने के लिए षड्यंत्र चल रहा है । इसके परिणामस्वरूप हिन्दू धर्म का प्रचार करनेवाली सनातन संस्था जैसी आध्यात्मिक संस्था को ‘संकट’ घोषित करने का प्रयास ‘फेसबुक’ जैसे सामाजिक माध्यम ने किया है । वास्तव में भारत द्वारा जिहादी आतंकवादी और संकटजनक (खतरनाक) घोषित डॉ. जाकिर नाइक के ‘फेसबुक’ पर ५० से अधिक अकाऊंट है, जो दिन-रात प्रचार कर रहे हैं; परंतु वे ‘फेसबुक’ को संकट नहीं लगते । इससे ‘फेसबुक’ की हिन्दूविरोधी भूमिका स्पष्ट होती है’’, ऐसा सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस द्वारा प्रकाशित पत्रक में कहा गया है ।
श्री. राजहंस ने आगे कहा कि,
१. विगत सप्ताह में ही ‘फेसबुक’ के पूर्व डेटा वैज्ञानिक फ्रान्सिस होगेन ने अमेरिका की संसद में कथन (गवाही) दिया कि ‘फेसबुक छोटे बच्चों और लोकतंत्र के लिए संकट (खतरा) है ।’ इससे पूर्व भी व्यक्तिगत जानकारी ‘लीक’ करने और जासूसी करने के आरोपों में ‘फेसबुक’ के संस्थापक मार्क जुकेरबर्ग को अमेरिकी संसद में खडा कर उनसे स्पष्टीकरण मांगे गए । लोकतंत्र के लिए संकट ‘फेसबुक’ जैसी कंपनियों की गोपनीय सूची में किन का नाम है, इसमें सनातन की तिलमात्र भी रुचि नहीं है ।
२. अमेरिका में सुनियोजित पद्धति से हिन्दुत्व के विरोध में प्रचार करने का षड्यंत्र चल रहा है । जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें अमेरिका में आने से प्रतिबंधित किया गया था । वर्ष २०१८ में ‘सीआइए’ नामक अमेरिकी गुप्तचर संस्था की सूची में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद को ‘मिलीटेंट’ धार्मिक संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया गया । अब ‘फेसबुक’ की सूची में सनातन संस्था का नाम होना, यह सनातन संस्था हिन्दू धर्म का प्रभावी प्रचार कर रही है, यही सिद्ध करता है ।
जिहादी संगठन ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ फेसबुक को संकटजनक नहीं लगता !
श्री. राजहंस ने कहा कि भारत में आतंकवादी कार्यवाहियों में लिप्त पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) और उससे संलग्न ४२ संगठन ‘फेसबुक’ को संकट नहीं लगते; परंतु तेलंगाना के भाजपा विधायक श्री. राजासिंह ठाकुर, हिन्दुत्व का खुला समर्थन करनेवाला ‘सुदर्शन चैनल’ और हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्यरत हिन्दू जनजागृति समिति का ‘फेसबुक’ अकाऊंट संकटदायक (खतरा) लगता है, यह अत्यंत निंदनीय और भेदभावपूर्ण है ।
सनातन संस्था की ‘फेसबुक’ को चुनौती !हम ‘फेसबुक’ को चुनौती देते हैं कि वह सनातन संस्था की एक भी आपत्तिजनक अथवा समाजविघातक पोस्ट दिखाए । सनातन संस्था भारतीय संविधान और कानून का पालन कर धर्मप्रसार करनेवाली एक आध्यात्मिक संस्था है । सनातन पर प्रतिबंध लगाने की विरोधकों की मांग पर ‘ऐसा कोई भी प्रस्ताव नहीं’, ऐसा खुलासा भारत सरकार ने अनेक बार किया है । – श्री. चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था. |