आने वाली मकरसंक्रांति के दिन अयोध्या के श्रीराम मंदिर में श्रीराम की मूर्ति की प्रतिष्ठापना होने की संभावना !

इसके पूर्व इस ट्रस्ट के प्रमुख सचिव चंपत राय ने भी बताया था कि, वर्ष २०२४ में मकरसंक्रांति के दिन रामलला की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा हो सकती है ।

अयोध्या में श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से होगी !

समारोह दिसंबर अथवा जनवरी में होगा !
राष्ट्रीय स्तर पर ७ दिनों का उत्सव मनाया जाएगा !

अयोध्या में श्रीराममंदिर का प्रथम स्तर ३० दिसंबर तक पूर्ण होगा ! – श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट

मंदिर का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है तथा प्रथम चरण पूर्ण होने के उपरांत भक्तगण मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे । प्रथम चरण में तल के अन्य कामों के सिवाय ५ मंडपों का निर्माणकार्य पूर्ण किया जाएगा ।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक पर ७७ करोड रुपये व्यय (खर्च) करेंगे !

मंदिर के प्रवेश द्वार परिसर में निगरानी के लिए फेस रिकॉग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा । संपूर्ण मंदिर में ८०० कैमरे लगाए जाएंगे ।

१५५ देशों की नदियों के जल से होगा अयोध्या के श्रीराममंदिर में जलाभिषेक !

श्रीरामजन्मभूमि पर बनाया जा रहा भव्य श्रीराममंदिर पूर्ण होने के उपरांत होने वाले मंदिर के उद्घाटन समारोह के समय विश्व की १५५ नदियों के जल द्वारा महाजलाभिषेक किया जाएगा ।

हमें बाबरी की नहीं, अपितु श्रीरामजन्मभूमि की आवश्यकता ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

हमें अब बाबरी मस्जिद की आवश्यकता नहीं है । हमें श्रीरामजन्मभूमि चाहिए, ऐसा वक्तव्य असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने यहां की प्रसारसभा में दिया । कर्नाटक राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा द्वारा प्रचार का आरंभ किया गया है ।

अयोध्या की श्री राम जन्मभूमि को ‘अयोध्या बुद्ध विहार’ घोषित करने को, सर्वोच्च न्यायालय किया अस्वीकार !

सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि को ‘अयोध्या बुद्ध विहार’ घोषित करने को अस्वीकार कर दिया । मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ की खंडपीठ के समक्ष प्रकरण की सुनवाई हुई ।

श्रीराममंदिर की श्रीराम की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल की गंडकी नदी से खोजी गई शालिग्राम शिला !

श्रीरामजन्मभुमि पर बन रहे भव्य श्रीराममंदिर में श्रीराम की मूर्ति के लिए नेपाल की गंडकी नदी के परिसर से ७ फीट बाइ ५ फीट आकार की शिला खोजी गई । मूर्ति के लिए शिला खोजने के लिए मंदिर न्यास के सदस्य कामेश्वर चौपाल के नेपाल की गंडकी नदी के परिसर में भेजा गया था ।

‘देश में अगले ५०-१०० वर्षों में मुसलमान शासन आने पर राममंदिर तोडकर पुन: मस्जिद का निर्माण किया जाएगा !’

‘ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन’ के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी के विषैले बोल !

रामायण-महाभारत पर खोज करनेवाले प्रा. लाल !

ब्रज बसीलाल अर्थात पुरातत्वशास्त्रज्ञ और लेखक प्रा. बी.बी. लाल का जब निधन इसी महीने १० सितंबर २०२२ को हुआ, तब वे १०१ वर्ष के थे । उनका नाम श्रीरामजन्मभूमि अभियोग से जुडने पर अनेक लोगों को उनके विषय में जानकारी हुई ।