‘लव जिहाद’ के विरुद्ध हिन्दुओं को असहायता की भावना छोडकर संगठित एवं क्रियाशील होना आवश्यक !
बच्चों को धर्माचरण करने का आग्रह रखना ही चाहिए । धर्माचरण के कारण हिन्दू युवती अथवा महिला को ऐसे प्रतिकूल प्रसंग का सामना करने का निश्चित रूप से सामर्थ्य देगा ।