जम्मू और कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों का पुनर्गठन !

जम्मू में ६ और कश्मीर में १ मतदार संघ की वृद्धि !
२ मतदार संघ विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के लिए आरक्षित !

कश्मीरी हिन्दुओं के सुरक्षित पुनर्वसन करने के लिए कश्मीर में स्वतंत्र रूप से ‘पनून कश्मीर’ नाम से स्वतंत्र प्रदेश निर्माण करें ! – हिन्दू जनजागृति समिति

कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए अत्याचार ‘वंशसंहार’ के अंतर्गत आने चाहिए । कश्मीरी हिन्दुओं पर अनगिनत अत्याचार करनेवालों पर अपराध प्रविष्ट कर उनपर कानूनी कार्यवाही करने के लिए न्यायिक पंच की नियुक्ति की जाए । आदि अनेक मागें की गई ।

अमरिकी कांग्रेस सदस्य द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर यात्रा का भारत ने किया निषेध

भारत अंतत: कितने दिन तक ऐसा निषेध करता रहेगा? अब शाब्दिक विरोध करने तक सीमित न रहकर पाक अधिकृत कश्मीर को अपने नियंत्रण में लेने हेतु भारत ठोस कदम उठाए, ऐसा राष्ट्र प्रेमियों को लगता है !

सर्वधर्मीय कश्मीरियों पर हुए अत्याचार पर आधारित ‘द अनटोल्ड कश्मीर फाइल’ वीडियो प्रसारित !

कितने कश्मीरी मुसलमानों ने इस जिहादी आतंकवाद के विरोध में आवाज उठाई है ? भारतीय सेना के जवानों पर पत्थर फेंकने वाले हिंसक जिहादियों एवं राष्ट्र विरोधी घोषणाएं देने वालों को कितने लोगों ने परावृत्त किया ?

कश्मीरी हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों के लिए कश्मीरी मुसलमानों को उनसे हाथ जोडकर क्षमा मांगनी चाहिए !

केवल हाथ जोडकर क्षमा मांगने से कुछ नहीं होगा और कश्मीरी मुसलमान ऐसी क्षमा मांगेंगे, इसकी भी संभावना नहीं है । इसलिए अब केंद्र सरकार को ही अब प्रधानता लेकर इन अत्याचारों में संलिप्त मुसलमानों को दंड मिलने हेतु प्रयास करने चाहिए, तभी जाकर वास्तव में कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय मिलेगा !

रशिया-यूक्रेन के युद्ध पर बोलनेवाले कश्मीर में हिन्दुओं पर हुए अत्याचारों पर क्यों नहीं बोलते ? – प्रा. रेणुका धर बजाज, देहली विश्वविद्यालय

३२ वर्ष पूर्व भारत के एक राज्य में हिन्दुओं के साथ क्या हुआ ?, यह भारतीयों को अभी तक यह ज्ञात नहीं हैै । वास्तव में, भारत के हिन्दुओं ने कश्मीरी हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं किया; इसलिए अब तो हिन्दुओं को जागृत होकर कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय दिलाना चाहिए ।

‘द कश्मीर फाइल्स’ के निमित्त…

बॉलीवुड में प्रतिवर्ष गुंडे, माफिया, ‘ड्रग्स पेडलर’, गंगूबाई जैसे वेश्यागृहों की मालकिन का उदात्तीकरण करनेवाले अनेक ‘ड्र्रामा फिल्म्स’ प्रदर्शित होती हैं । ऐसे चलचित्र देखने की अपेक्षा भारतीय ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखना देशहितकारी सिद्ध होगा ।

अमेरिकी मानवाधिकार आयोग द्वारा कश्मीर में हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों को ‘नरसंहार’ के रूप में मान्यता प्रदान !

भारत सरकार द्वारा जो अपेक्षित था, वह संयुक्त राज्य अमेरिका के मानवाधिकार आयोग द्वारा किया गया ! यह आज तक शासन करनेवाले सर्वदलीय शासकों के लिए नितांत लज्जास्पद है, जिन्होंने अपनी आखों नर धर्मनिरपेक्षता का पर्दा लगा रखा है और हिन्दुओं के प्रति हुए जघन्न नरसंहार को शून्य मूल्य दिया !

बांग्लादेशी हिन्दुओं के वंशविच्छेद पर अभी तक चलचित्र क्यों नहीं ? – तस्लीमा नसरीन

उन्होंने कहा, कि कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार मिलना आवश्यक है ।

जिहादियों की क्रूरता और हिन्दुओं का आक्रोश : ‘द कश्मीर फाइल्स’

कश्मीर में १९ जनवरी १९९० के दिन और उसके उपरांत निश्चित रूप से क्या हुआ ?, कश्मीर में हुए हिन्दुओं के वंशविच्छेद का दायित्व किसका है ?, जब दिनदहाडे कानून-व्यवस्था को साख पर बिठाया जा रहा था, तब पुलिस, प्रशासन और प्रसारमाध्यम नाकाम क्यों रहे ?