त्र्यंबकेश्वर मंदिर में मुसलमानों द्वारा शिवपिंडी पर हरे रंग की शाल डालने का प्रयास !

इस प्रकरण में श्री त्र्यंबकेश्वर देवस्थान ट्रस्ट और नासिक के ब्राह्मण महासंघ ने कडा विरोध जताया है और त्र्यंबकेश्वर थाने को संबंधितों के विरुद्ध कडी कार्रवाई करने के लिए निवेदन दिया है।

कल्याण के दुर्गाडी गढ पर मुसलमानों के अतिक्रमण को पुलिस एवं महानगरपालिका का समर्थन  !

अतिक्रमण हटाने का जिलाधिकारी का आदेश कचरे की टोकरी में !

ऑस्ट्रेलिया में खलिस्तानियों द्वारा हिन्दू मंदिर की तोडफोड !

मंदिर पर लिखा, ‘मोदी को आतंकवादी घोषित करें !’

पुरी (ओडिशा) के विख्यात जगन्नाथ मंदिर का धनकोष खोलें ! – भाजपा एवं कांग्रेस की मांग

मंदिर सरकार के नियंत्रण में देना, अर्थात गाय को कसाई के हाथों सौंपना ! हिन्दू यह बात कब समझेंगे ? पूरे देश के मंदिरों को सरकारीकरण से मुक्त करने के लिए हिन्दुओं को वैध मार्ग से प्रभावी लडाई लडनी होगी !

मंदिर का ध्वज फेंक कर इस्लामी ध्वज फहराने वाले धर्मांध सरपंच को बंदी बनाया गया

ऐसे धर्मांध सरपंच गांव का कामकाज कैसे चलाते होंगे, इसका विचार न करना ही योग्य है !

श्रीलंका में सरकारी स्तर पर बडे प्रमाण पर हिन्दू मंदिरों पर आक्रमण हो रहे हैं !

श्रीलंकाई सरकार द्वारा किए गए आक्रमण अत्यंत निंदनीय हैं और भारत को इस संबंध में श्रीलंका सरकार से इसका प्रतिउत्तर मांगना चाहिए !

२४ सहस्र ६३२ मंदिरों की ४ लाख एकड भूमि आंध्र प्रदेश सरकार अपने नियंत्रण में लेगी !

पहले राज्यकर्ता मंदिरों को धन अर्पण करते थे, पऱंतु वर्तमान के राज्यकर्ता मंदिरों का धन लूटते हैं एवं हिन्दू भक्त उसकी ओर निष्क्रियता से देख रहे हैं । यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है !

हिन्दू मंदिरों पर आक्रमण में दोगुनी वृद्धि !

पाकिस्तान की सरकार को घर का उपहार ! ध्यान दें कि भारत में अल्पसंख्यकों पर हो रहे कथित अत्याचारों पर चुप रहने वाले अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन अब पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की दुर्दशा पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं !

 इंदौर (मध्य प्रदेश) कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा मंदिर की तोडफोड !

पूजा करने आई महिलाओं को जान से मारने की धमकी
पुलिस की सुरक्षा में हो रहा है मंदिर का जीर्णोद्धार !

कनाडा के हिन्दू मंदिर में एक बार पुनः तोड-फोड : भारतविरोधी घोषणाएं भी लिखी गईं !

मंदिर में काम करनेवाले हर्षल पटेल ने कहा कि मंदिर की दीवारों पर भारतविरोधी घोषणाएं लिखी देखकर हमें गहरा दुख हुआ है । यहां २० वर्ष में पहली ही बार ऐसी घटना हुई है ।