सनातन धर्म को नष्ट करने की अभिलाषा रखनेवालों के विरोध में प्रत्येक मंदिर से अपराध प्रविष्ट करेंगे !

‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’ की मुंबई में हुई राज्यस्तरीय बैठक में प्रस्ताव !

बाएंसे सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस, ‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’ के राज्य समन्वयक श्री. सुनील घनवट और जी.एस.बी. टेंपल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री. प्रवीण कानविंदे

मुंबई (महाराष्ट्र) – ‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’की दादर (मुंबई) में हुई तीसरी राज्यस्तरीय बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ कि सनातन धर्म को नष्ट करने के द्वेषपूर्ण वक्तव्य (‘हेट स्पीच’) करनेवाले द्रमुक के मंत्री उदयनिधि स्टालिन एवं सांसद ए. राजा तथा कांग्रेस के विधायक प्रियांक खरगे एवं पत्रकार निखिल वागळे के विरोध में प्रत्येक मंदिर द्वारा यथाशीघ्र परिवाद प्रविष्ट किया जाएगा । वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक, दादर (प.) में ३० सितंबर को हुई इस बैठक में राज्य के महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के प्रमुख प्रतिनिधि उपस्थित थे । जी.एस.बी. टेंपल ट्रस्ट एवं वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक की ओर से बैठक का आयोजन किया गया था ।

‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’ के राज्य समन्वयक श्री. सुनील घनवट ने बैठक के आरंभ में महासंघ की ओर से गत ६ महीनों में हुए उपक्रम, आंदोलन एवं उनमें मिली सफलता की सभी को जानकारी दी ।

मंदिरों को सरकारमुक्त करने हेतु मंदिर के न्यासी संगठित रूप से प्रयत्न करें ! – सुनील घनवट

इस अवसर पर श्री. सुनील घनवट ने उपस्थित लोगों का आवाहन करते हुए कहा, ‘‘मंदिर, सनातन धर्मप्रसार के केंद्र हैं  । आज महाराष्ट्र में १७५ से भी अधिक मंदिरों में वस्त्रसंहिता (वस्त्रसंहिता अर्थात मंदिर में प्रवेश करते समय धारण किए जानेवाले वस्त्रों से संबंधित नियमावली) लागू की है । इसके लिए प्रयत्न और बढाकर इसे राष्ट्रीय आंदोलन बनाना होगा । हिन्दुओं के मंदिरों को सरकारमुक्त करने के साथ ही मंदिरों की भूमि हथियाने के वक्फ बोर्ड के षड्यंत्र के विषय में जनजागृति करना, इसके लिए मंदिर न्यासियों को पूरे राज्य में संगठित रूप से प्रयत्न करना होगा ।’’

सरकारीकरण हो चुके देवस्थानों से बडी संख्या में हो रही भक्तों की ठगी रोकने हेतु मिलकर प्रयास करने का निश्चय बैठक में उपस्थित विविध मंदिरों के न्यासी तथा महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के प्रमुख प्रतिनिधियों ने किया ।

बैठक में उपस्थित मान्यवर

बैठक में उपस्थित महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के प्रमुख प्रतिनिधि

इस बैठक में जी.एस.बी. टेंपल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री. प्रवीण कानविंदे, सचिव श्री. शशांक गुळगुळे, श्री क्षेत्र थेऊर देवस्थान, सिद्धटेक देवस्थान एवं मोरया गोसावी देवस्थान के न्यासी ह.भ.प. आनंद महाराज तांबे, अमळनेर (जि. जळगांव) में मंगलग्रह सेवा संस्था के अध्यक्ष श्री. दिगंबर महाले, विदर्भ देवस्थान समिति के अध्यक्ष श्री. अनूप जयस्वाल, नगर के श्री अंबिका तुळजा भवानी माता मंदिर के अधिवक्ता अभिषेक भगत, तुळजापुर के पुजारी संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री. किशोर गंगणे एवं उनके अधिवक्ता शिरीष कुलकर्णी, पाली के श्री बल्लाळेश्वर देवस्थान के अध्यक्ष श्री. जितेंद्र गद्रे एवं व्यवस्थापक श्री. चंद्रशेखर सोमण, विरार के श्री जीवदानी देवी संस्थान के अध्यक्ष श्री. प्रदीप तेंडोलकर, पनवेल के श्री श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ के अध्यक्ष श्री. मोतीलाल जैन, कडाव, कर्जत (जि. रायगड) के गणपति एवं मारुति देवस्थान के विश्वस्त श्री. विनायक उपाध्ये, लक्ष्मीनारायण संस्थान के श्री. अशोक खंडेलवाल, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य अधिवक्ता पू. सुरेश कुलकर्णी, सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे आदि मान्यवरों सहित विविध मंदिरों के न्यासी उपस्थित थे ।

बैठक में आगे दिए उपक्रमों के विषय में चर्चा

इस बैठक में मंदिरों की प्रथा-परंपराओं पर होनेवाले आघात रोकने के लिए संगठितरूप से लडना और सरकारीकरण किए गए देवस्थानों में भारी मात्रा में हो रही भक्तों की लूट-खसोट रोकने के लिए शीघ्र कदम उठाना, इनके लिए भी संगठित होकर कृति करने का निर्धार किया गया । इसके साथ ही महासंघ के आगामी ३ महिनों के कार्य की दिशा निश्चित की गई । महासंघ की ओर से आवाहन किया गया है कि महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के कार्य में सम्मिलित होने हेतु इच्छुक 7020383264 क्रमांक पर संपर्क कर सकते हैं ।