उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक |
ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में आगामी चुनाव की पृष्ठभूमि पर हिन्दुओं पर आक्रमण करने की घटनाएं बढ रही हैं । हिन्दुओं के धार्मिक स्थल अपवित्र किए जा रहे हैं । उसके कारण कुछ स्थानों के हिन्दुओं ने वहां से पलायन करना भी आरंभ किया है । वे अल्प मूल्य में घर, भूमि एवं संपत्ति बेचकर स्थानांतर करने को बाध्य हैं । सत्ताधारी शेख हसीना का दल हो अथवा विपक्षी खालिदा जिया का दल हो, इन दोनों दलों के धर्मांध मुसलमान नेता हिन्दुओं पर अत्याचार कर रहे हैं । बांग्लादेश के हिन्दू, प्रधानमंत्री शेख हसीना के दल का समर्थन करते हैं । इस कारण विपक्षी खालिदा जिया की ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ के कार्यकर्ताओं द्वारा हिन्दुओं पर अधिक अत्याचार किए जा रहे हैं ।
१. बांग्लादेश की ‘कालबेला न्यूज’ के अनुसार खुलना जिले के शैलकुपा उपजिले में धर्मांध मुसलमानों ने मृतक हिन्दू व्यक्ति सत्येंद्रनाथ साहा के घर पर कब्जा कर वहां ४ मंजिला इमारत का निर्माण किया है । ‘जुबो लीग’ के अध्यक्ष शमीम हुसैन मुल्ला तथा उनके पिता सबदर हुसैन मुल्ला पर इसका आरोप है । ‘जुबो लीग’ संगठन प्रधानमंत्री शेख हसीना की ‘बांग्लादेश अवामी लीग पार्टी’ की युवा शाखा है । इस उपजिले से हिन्दू पलायन कर रहे हैं ।
२. ६ नवंबर को बिजुलिया गांव में धर्मांध मुसलमानों ने एक मंदिर की मूर्तियां तोडी थीं । अवामी लीग के छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में ही यह तोडफोड की गई थी । १३ अक्टूबर २०२३ को हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में कोमिलानगर में जब हिन्दू धरना दे रहे थे, तब उनपर आक्रमण किया गया । इसमें कुछ लोग घायल हो गए ।
हिन्दुओं की ‘बांग्लादेश अवामी लीग’ से कार्यवाही करने की मांग !
इस वर्ष अप्रैल के महिने में शैलकुपा उपजिले की पूजा समिति ने ‘बांग्लादेश अवामी लीग’ से हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के प्रति निष्क्रिय रहनेवाले सांसद मोहम्मद अब्दुल हई को आगामी चुनाव में टिकट न देने की मांग की है । हिन्दुओं ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से यह मांग की है कि ‘जिन लोगों ने हमारे मंदिरों को अपवित्र किया है, हिन्दुओं के घर जलाए हैं, जो लोग अन्य अत्याचारों में संलिप्त हैं तथा जो लोग उन्हें संरक्षण देने में संलिप्त हैं, उन्हें आनेवाले चुनाव में टिकट नहीं दिया जाना चाहिए ।’ (१६.११.२०२३)
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश की इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना आवश्यक ! |