हिन्दू स्वयं के साथ परिवार, राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु तैयार रहें !
शत्रु सदैव युद्ध की तैयारी में होता है । ऐसी स्थिति में हिन्दुओं का भी स्वरक्षा हेतु तैयारी करना आवश्यक है । हमें किसी के साथ अन्याय नहीं करना है, अपितु राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा करनी है ।