राहुल गांधी के दंड को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्थगिति !

दंड पर स्थगिति लाने के लिए प्रविष्ट याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय में ४ अगस्त को सुनवाई  हुई । उस पर न्यायालय ने गांधी की दोषसिद्धता पर स्थगिति दी है ।

भारत की ओर से लैपटॉप और टेबलेट के आयात पर प्रतिबंध !

भारत के विदेश व्यापार महासंचनालय ने लैपटॉप और टेबलेट के आयात पर प्रतिबंध लगाया है । केवल योग्य अनुज्ञप्ति होने वाली कुछ वस्तुओं के लिए आयात की अनुमति दी जाएगी ।

सदस्यों के बर्ताव में जब तक सुधार नहीं होता, तब तक लोकसभा का कामकाज देखने की मनाही !

ऐसे निर्णय से हडकंप मचानेवाले सदस्यों पर कोई भी परिणाम नहीं होगा । इसके स्थान पर लोकसभा अध्यक्ष ने अपने अधिकाऱ के अंतर्गत शोरगुल करनेवाले इन सदस्यों को ही संसद से बाहर निकालने, निलंबित करने आदि निर्णय लेना अपेक्षित है ।

विहिंप के निदर्शन पर प्रतिबंध लगाने का सर्वोच्च न्यायालय की मनाही !

 नूंह (हरियाणा) में हिंसाचार प्रकरण

देश के ४ सहस्र विधायकों के पास ५४ सहस्र ५४५ करोड रुपए की संपत्ति !

‘ए.डी.ए.आर.’ स्वयंसेवी संस्था का विवरण (रिपोर्ट)!

संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर ८ अगस्त से चर्चा

मणिपुर हिंसा पर संसद में १ अगस्त के दिन भी विरोधी पार्टियों द्वारा शोर-शराबा करने से राज्यसभा और लोकसभा का कामकाज दोपहर २ बजे तक स्थगित किया गया ।

अपराध प्रविष्ट करने में देर होने का स्पष्ट ! – उच्चतम न्यायालय

भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड की अध्यक्षता में मणिपुर के प्रकरण पर १ अगस्त के दिन सुनवाई हुई । उच्चतम न्यायालय ने इस समय कहा कि ४ मई के दिन मणिपुर में २ महिलाओं को निर्वस्त्र कर जुलूस निकाले जाने के २ महा उपरांत अर्थात ४ जुलाई के दिन अपराध प्रविष्ट किया गया, यह स्पष्ट होता है ।

देश में वर्ष २०१९ से २०२१ तक १३ लाख से भी अधिक लडकियां एवं महिलाएं लापता !

इनमें हिन्दुओं की संख्या कितनी है ?, इसके साथ ही इनमें से कितनों को आतंकवादी संगठन में भरती के लिए ले गए ?, यह भी सरकार को उजागर करना चाहिए !

मणिपुर में हुई हिंसा के कारण संसद में लगातार ८ वें दिन हो-हल्ला !

लगातार हो-हल्ला होने के कारण यदि संसद कार्य में बाधा आ रही है, साथ ही हल्ला करनेवालों पर कडी कार्यवाही भी नहीं की जाती, तो यह विचार करना अनिवार्य है कि संसद का कार्य आरंभ रखेंगे या नहीं ?  

उत्तर प्रदेश, बिहार एवं आंध्र प्रदेश राज्यों में बच्चों की तस्करी की सर्वाधिक घटनाएं !

बच्चों की तस्करी का विषय अत्यंत गंभीर है तथा इस पर तुरंत स्थायीरूप से उपाय करना आवश्यक है । इसलिए कठोर कानून के साथ ही सामाजिक स्तर पर जागृति होना भी उतना ही आवश्यक है !