वर्तमान समय खतरनाक है ! – विदेशमंत्री एस. जयशंकर
यदि विश्व में एक ही शक्ति का वर्चस्व निर्माण हुआ, तो कोई भी क्षेत्र स्थिर नहीं होगा, ऐसा विधान भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने यहां के ‘डाई प्रेस’ इस दैनिक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में किया ।
यदि विश्व में एक ही शक्ति का वर्चस्व निर्माण हुआ, तो कोई भी क्षेत्र स्थिर नहीं होगा, ऐसा विधान भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने यहां के ‘डाई प्रेस’ इस दैनिक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में किया ।
‘९ दिसंबर को भारत एवं चीन के सैनिकों के मध्य संघर्ष हुआ । ३०० से अधिक संख्यावाले चीनी सैनिक रात ३ बजे भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे । सामाजिक माध्यमों में आपको इसके संदर्भ में अनेक वीडियोज देखने को मिले होंगे ।
इस प्रकार नियमों का उल्लंघन करने के उपरांत अनुचित घटना होती है, तो इसके लिए कौन उत्तरदायी होगा, यह कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए !
चीन की विस्तारवादी नीति को देखते हुए उसने ताइवान को अपने नियंत्रण में लिया, तो उसमें आश्चर्य कैसा !
चीन की इस चाल से भारत को पीछे हटना पड़ा, भारत को इसका बदला लेना ही होगा, अन्यथा चीन भारत के मार्ग में ऎसे ही रोडे अटकाता ही रहेगा और भारत को पीछे हटते रहना होगा !
अफ्रीकन देशों को अत्यधिक निर्यात करता है !
चीन की सेना का पीछे हटना, ‘पुल आउट’ (बाहर निकलना) नहीं, अपितु भारत की ओर से उसे दिया हुआ ‘पुश बैक’ (पीछे ढकेलना)
इस प्रकार से शस्त्रों का जखीरा नियंत्रण में लेने की अपेक्षा ‘सौ सुनार की, एक लुहार की’, इस तत्त्व के अनुसार आगे जाकर एक ही वार में जिहादी आतंकवाद का संरक्षण पाकिस्तान को नष्ट कर देना अधिक उचित है, इसे राजकर्ता कब ध्यान लेंगे ?
ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? यदि टी. राजा सिंह के प्राण संकट में हैं, तो सरकार उन्हें कारागृह में सुरक्षापूर्ति क्यों नहीं करती ?
इससे पूर्व खालिस्तानी आतंकवादियों का सर कुचला जा चुका है । अब पुन: उनकी गतिविधियां आरंभ हो गई हैं । इन आतंकवादियों के पुन: सिर ऊपर उठाने से पूर्व ही उन पर कठोर कार्यवाही करना आवश्यक है !