मलेशिया को १८ ‘तेजस’ लडाकू विमान (फाइटर जेट) उपलब्ध कराएगा भारत !

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि अमेरिका  सहित अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, इजिप्त, इंडोनेशिया और फिलीपींस भी तेजस सिंगल-इंजन लड़ाकू विमान (जेट) खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं ।

भारत द्वारा आपत्ति करने के उपरांत भी चीन की गुप्तचर नौका ११ अगस्त को श्रीलंका पहुंचेगी !

जब तक भारत चीन को सबक नहीं सिखाएगा, तब तक चीन ऐसे ही दादागिरि करता रहेगा, यह समझकर सरकार को अब तो चीन जिस भाषा में समझे, उसी भाषा में सबक सिखाना चाहिए !

खालिस्तानी आतंकवादी नेता भिंडरावाले को कांग्रेस प्रदान करती थी राजनीतिक एवं आर्थिक सुरक्षा !

इससे कांग्रेस का एक और राष्ट्रद्रोही कृत्य उजागर ! कृपया ध्यान दें कि न केवल खालिस्तानी आतंकवाद, अपितु जिहादी आतंकवाद को बढावा देने में  भी कांग्रेस द्वारा मुसलमानों की चापलूसी करना ही एक बहुत बडा कारण है !

अग्निपथ’ के विरोध में ‘भारत बंद’ का आवाहन : ५०० से अधिक रेल गाडियां रद्द

२० जून को कई संगठनों ने रक्षा मंत्रालय की अग्निपथ योजना के विरुद्ध ‘भारत बंद’ का आवाहन किया था ! उसे देश में अत्यल्प प्रतिसाद मिला ।

रक्षा मंत्रालय द्वारा ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ का शुभारंभ !

रक्षा मंत्रालय ४ वर्षों की अवधि के लिए युवाओं को तीनों सेनाओं में भर्ती करेगा ! नई देहली : – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा बलों के लिए ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ की घोषणा की है । इसके अंतर्गत, ४ वर्षों की अवधि के लिए भारत की तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती की जाएगी, … Read more

जो बायडेन के घर के ऊपर विमान प्रतिबंधित क्षेत्र होने पर भी उस क्षेत्र में घुसे छोटे विमान

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन के रेहोबोथ बीच के समीप स्थित घर के ऊपर से एक छोटा विमान ४ जून के दिन विमान प्रतिबंधित क्षेत्र (‘नो-फ्लाइ जोन’ में ) घुसा था । इसके उपरांत सुरक्षा तंत्र सावधानी के लिए जो बायडेन और उनकी पत्नी को सुरक्षित स्थान पर ले गए । इस विषय की जानकारी अमेरिकी प्रशासन की ओर से दी गई है ।

भारतीय सेना अब केवल भारत में निर्मित शस्त्रास्त्र का उपयोग करेगी !

अब भारतीय सेना के लिए रक्षा उपकरण बनाने वाले प्रतिष्ठानों को भारत में ही उनका निर्माण करना होगा ।

हिंद महासागर में चीन की युद्ध नौकाओंपर नौसेना का ध्यान ! – नौसेना प्रमुख आर. हरिकुमार

प्रत्यक्ष नियंत्रण सीमा पर तनाव था, हमने हिंद महासागर क्षेत्र में युद्ध नौका तैनात की थी। परिस्थिति बिगडते ही चीन को सही उत्तर दे सकें, यह इसके पीछे का उद्देश्य था। चीन वर्ष २००८ से हिंद महासागर क्षेत्र में खुराफात कर रहा है।