शस्त्रास्त्रों (आयुधों) का निर्यात करने में भारत का विश्व में २३ वां स्थान !

अफ्रीकन देशों को अत्यधिक निर्यात करता है !

नई देहली – शस्त्रास्त्रों के निर्यात का विवरण प्रस्तुत करनेवाले ‘स्टाकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इन्स्टिट्युट’ के अनुसार वर्ष २०१७ से २०२१ की समयावधि में भारत विश्व का क्रमांक २३ वां शस्त्रास्त्रों का सबसे बडा निर्यातक देश बन गया है । अफ्रीकन देशों के लिए सागर एवं हवाई सुरक्षा, साथ ही रक्षा की अन्य आवश्यकता पूर्ण करने के लिए भारत एक महत्त्वपूर्ण देश बन गया है । वर्ष २०१७ से २०२१ के ५ वर्षों में मॉरिशस, मोजाम्बिक और सेशल्स देशों ने भारत से सर्वाधिक शस्त्रास्त्र क्रय किए हैं । ‘इंडियन एक्जिम बैंक’ ने अपने एक विवरण में यह जानकारी प्रकाशित की है । भारत और अफ्रीकन देशों में बढ रहे सहयोग के विषय में ‘सीआईआई’ और ‘एक्जिम बैंक’ द्वारा आयोजित प्रांतीय परिषद में यह विवरण प्रकाशित किया गया ।

१. हिन्द महासागर क्षेत्र के तट से सटे ९ अफ्रीकन देशों के साथ ही अन्य अनेक देशों के लिए सुरक्षित समुद्री वातावरण निर्माण करने के लिए भारत का प्रयास है । केन्या, कोमोरोस, मडागास्कर, मॉरिशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और सोमालिया, सहित ९ तटीय अफ्रीकी देश इनमें समाहित हैं ।

२. इस विवरण के अनुसार भारत अफ्रीकन देशों की आवश्यकता के अनुसार उनकी सुरक्षा एवं सहायता कर रहा है । इसमें उनकी सैन्य क्षमता में वृद्धि करना, उनको प्रशिक्षित करना और मानवीय सहायता की उपलब्धि समाहित हैं ।

३. टाटा मोटर्स और अशोक लीलैंड के बनाए सैनिकी वाहन अफ्रीकन देशों को निर्यात कर रहे हैं ।

४. वर्ष २०२५ तक, भारत ने रक्षा निर्यात को बढाकर ५०० करोड डॉलर्स तक (४० सहस्र करोड रुपए तक) ले जाने का उद्देश्य रखा है ।