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पाटलिपुत्र (बिहार) – बिहार के शिक्षा विभाग ने राज्य के विद्यालयों में वार्षिक छुट्टियों की सूची प्रसारित की थी । ऐसा देखा गया कि हिन्दू त्योहारों की कुछ छुट्टियां हटाकर इस्लामिक त्योहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गईं । इसे लेकर सरकार की आलोचना होने पर शिक्षा विभाग ने सफाई दी । विभाग ने कहा कि विद्यालयों की छुट्टियों के संदर्भ में २ सूचियां प्रसारित की गई थीं । एक मुसलमानों के लिए तथा दूसरी गैर-मुसलमानों के लिए । प्रसारमाध्यमों में केवल मुसलमानों की सूची का समाचार प्रकाशित हुआ । इस सूची में उनके लिए गैर-मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां अल्प कर दी हैं । गैर मुस्लिमों की सूची में ऐसा नहीं किया गया है । वहां मुस्लिम छुट्टियाँ बहुत अल्प ही हैं । संक्षेप में कहें तो शिक्षा विभाग ने कहा है कि उर्दू विद्यालयों के लिए छुट्टियों की भिन्न सूची तथा सरकारी विद्यालयों के लिए छुट्टियों की भिन्न सूची बनाई गई है ।
१. विशेष बात यह है कि यह पहली बार है कि शिक्षा विभाग द्वारा छुट्टियों की २ सूचियां प्रसारित की गई हैं । पहले केवल एक सूची प्रसारित की जाती थी ।
२. इस सूची के अनुसार गैर-मुस्लिमों के लिए गुरु गोबिंद सिंह जयंती, गणतंत्र दिवस, वसंत पंचमी, संत रविदास जयंती, शब-ए-बारात, महाशिवरात्रि, बिहार दिवस, होली, गुड फ्राइडे, ईद-उल-फितर, अंबेडकर जयंती, १ मास की दिवाली की छुट्टियां, जानकी नवमी, बुद्ध पूर्णिमा, ईद-उल-जुहा, कबीर जयंती, मोहर्रम, १५ अगस्त, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, नवरात्रि महोत्सव, दिवाली, छठ पूजा, क्रिसमस आदि सम्मिलित हैं ।
३. मुस्लिम विद्यालयों में महाशिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, हरितालिका तथा जानकी नवमी की छुट्टियां नहीं दी गई हैं ।
संपादकीय भूमिका
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