(कहते हैं) ‘दलित और मुसलमान एक साथ आ जाएं, तो वे संपूर्ण भारत पर राज्य कर सकते हैं !’ – गुफरान नूर, जिला अध्यक्ष, अलीगढ, एम.आई.एम.

  • उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार होते हुए इस प्रकार के विधान करने वालों पर तत्काल कार्यवाही कर उन्हें कारागृह में डालना चाहिए ! – संपादक
  • कालीचरण महाराज पर कार्यवाही की जाती है, तो ऐसे धर्मांध नेताओं पर कार्यवाही क्यों नहीं होती ? – संपादक
  • दिवास्वप्न देखने वाले धर्मांध ! हिन्दू संगठित न होने से ही और हिन्दुओं में धर्माभिमान न होने से धर्मांध इस प्रकार के विधान करने का साहस करते हैं, यह ध्यान दें ! – संपादक

अलीगढ (उत्तरप्रदेश) – हाल ही में हरिद्वार में धर्म संसद हुई थी । उसमें एक विशेष धर्म को तोडने का आवाहन किया गया । यह धर्म कौन सा है ? यह मुसलमान धर्म था । हिन्दुत्व की शॉल ओढकर कुछ आतंकवादी मुसलमानों को तोडने की भाषा कर रहे थे । हमारे इस्लाम में स्वयं को दूसरे को मारने की अनुमति नहीं; लेकिन जब आक्रमणकारी अत्याचार की सीमा को पार करता है, तब उसे मारने की अनुमति है । यदि दलित और मुसलमान एकत्र आ जाए, तो वे संपूर्ण भारत में राज्य कर सकते हैं, ऐसा विधान एम.आई.एम. के अलीगढ जिला अध्यक्ष गुफरान नूर ने जमालपुर में किया । वे वहां एक नुकक्ड सभा में बोल रहे थे ।

गुफरान नूर ने आगे कहा कि, बाबर गलत नहीं था । जिस तरह आज की स्थिति है, ऐसे समय में बाबर जैसा ही शासक होना चाहिए । अल्लाह की कृपा से वो दिन जल्द ही आएगा और बाबर जैसा राज्य होगा । (हिन्दू, हिन्दू राष्ट्र की घोषणा करने पर आकाश-पाताल एक करने वाले नूर के विधान के विषय में चुप क्यों हैं ? – संपादक) एक या दो बच्चों का जन्म होता है, तो उनका पालनपोषण अल्लाह ही करता है । (गुंडागिरी, तस्करी, चोरी, डकैती आदि कर कोई स्वयं का पालनपोषण करता होगा, तो उसे क्या कहेंगे ? – संपादक)