US Kejriwal Arrest : (और इनकी सुनिए…) ‘हम अपनी भूमिका पर अटल हैं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए !’ – अमेरिका

भारत द्वारा उत्तर मांगा जाने पर भी केजरीवाल को बंदी बनाने के मामले में अमेरिका ने फिर से मुंह खोला !

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर और अरविंद केजरीवाल

वॉशिंग्टन (अमेरिका) – देहली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बंदी बनाए जाने के मामले को लेकर अमेरिका द्वारा दिए वक्तव्य पर भारत ने अमेरिका की राजनीतिक अधिकारी ग्लोरिया बर्ना को मंत्रालय में बुलाकर उत्तर मांगा था और भारत के अंतर्गत सूत्रों में हस्तक्षेप न करने का भान भी कराया था; परंतु इसके उपरांत भी अमेरिका ने फिर से एक बार इस मामले में वक्तव्य दिया है । अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हम हमारी भूमिका पर अटल हैं और इससे किसी को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है । हमें आशा है कि इस मामले में कानूनी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और समय मर्यादा में पूरी होगी ।

१. इसीके साथ अमेरिका ने कांग्रेस से संबंधित बैंक खाते फ्रीज करने के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस ने आरोप किया है, ‘राजस्व विभाग ने उनके खाते फ्रीज किए हैं, जिससे उन्हें चुनाव प्रचार में दिक्कतें आ सकती हैं ।’

२. ग्लोरिया बर्ना से उत्तर मांगे जाने के मामले में मिलर से पत्रकारों ने प्रश्न पूछा; तब उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में जानकारी नहीं दे सकता ।

३. अरविंद केजरीवाल को बंदी बनाने के मामले में २६ मार्च को रात में अमेरिका ने वक्तव्य दिया था कि केजरीवाल के बंदी बनाने के मामले में हमारी सरकार ध्यान दे रही है । इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए । इस कालावधि में कानून और लोकतंत्र के मूल्यों का पालन किया जाना चाहिए ।

संपादकीय भूमिका

  • अमेरिका को दो बार बताने पर भी समझ नहीं आता, ऐसा नहीं है; अपितु केजरीवाल मामले द्वारा भारत पर जानबूझकर दबाव लाने का प्रयत्न अमेरिका द्वारा किया जा रहा है । क्या इसके पीछे खलिस्तानी हैं ? इसकी जांच होना आवश्यक है और अमेरिका की नाक अब दबानी चाहिए !
  • झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बंदी बनाने के मामले में मुंह न खोलनेवाली अमेरिका देहली के मुख्यमंत्री को बंदी बनाया जाने पर भारत को उत्तर मांगती है । ‘केजरीवाल को बंदी बनाया जाने से अमेरिका क्यों तिलमिला रही है ?’, इसकी जांच होना आवश्यक है !