Maldives Thanks India : भारत द्वारा कीर्तिमान निर्यात करने पर मालदीव ने माना आभार !

पिछले ४० वर्षों में सबसे बडा निर्यात !

भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर और मालदीव के विदेशमंत्री मूसा जमीर

माले (मालदीव) – मालदीव के विदेशमंत्री मूसा जमीर ने भारत सरकार और भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर का आभार माना है । भारत ने मालदीव के लिए निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया है । इस कारण वर्ष १९८१ के उपरांत यह सबसे बडा निर्यात होगा । इसके अंतर्गत चावल, गेहूं का आटा, शक्कर, आलू, प्याज और दाल जैसी वस्तुएं मालदीव को निर्यात करने की अनुमति दी गई है ।

भारत मालदीव को अब १ लाख २४ सहस्र २१८ टन चावल, १ लाख ९ सहस्र १६२ टन गेहूं का आटा, ६४ सहस्र ४९४ टन शक्कर, २१ सहस्र ५१३ टन आलू, ३५ सहस्र ७४९ टन प्याज और ४२.७५ करोड अंडे देगा । भारत की इस उदारता से मूसा जमीर ने भारत सरकार का आभार माना है । उन्होंने इस विषय में एक पोस्ट में कहा है कि यह हम दोनों देशों के बीच दीर्घकालीन मैत्री के साथ ही विपक्षीय व्यापार और वाणिज्य और बढाने के हमारे दृढ वचनबद्धता का प्रतीक है ।

भारत के विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत अपना ‘नेबरहुड फर्स्ट’ (पडोसी धर्म निभाने को प्रधानता) और समुद्री नीति के लिए कटिबद्ध है । सभी के लिए सुरक्षा और विकास यह भारत की नीति है । महासागर क्षेत्र में समुद्री सहकार्य भारत की नीति है ।

संपादकीय भूमिका 

भले ही मालदीव की नीति चीन के अनुकूल हो, तो भी भारत की विदेश नीति स्वार्थी देशों जैसी नहीं है, यह बताने के लिए यह उदाहरण बहुत है । भारत वैश्विक नेता होने की दिशा में मार्गक्रमण कर रहा है, यही इससे ध्यान में आता है !