फतेहाबाद (हरियाणा) के सेंट मेरी पब्लिक स्कूल एवं डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल के रामलीला के कार्यक्रम में श्रीराम, लक्ष्मण एवं सीतामाता का घृणास्पद अनादर

हिन्दूबहुल भारत में हिन्दुओं के आस्था के केंद्रों का बार-बार घृणास्पद अनादर कर भी सरकार, पुलिस और प्रशासन उसका सामान्य संज्ञान भी नहीं लेते, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाप्रद ! इस स्थिति को बदलने हेतु अब हिन्दु राष्ट्र के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं !

अभिव्यक्ति की तुलना में धार्मिकता महत्त्वपूर्ण !

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक महत्त्वपूर्ण निर्णय में कहा कि ‘धार्मिक भावना, प्रतीक, श्रद्धाकेंद्रों का सम्मान करना आवश्यक है, वहां अभिव्यक्ति स्वतंत्रता लागू नहीं होती ।’

हिन्दुत्वनिष्ठों के विरोध उपरांत अंततः ‘रावण लीला’ फिल्म का नाम परिवर्तित !

इस चलचित्र के ‘ट्रेलर’ में रावण और श्रीराम की भूमिका निभानेवाले कलाकारों के संवादों द्वारा रावण का अच्छा पक्ष प्रस्तुत करने का, साथ ही ‘उसके द्वारा किए गए कार्य किस प्रकार उचित थे’, यह दर्शाने का प्रयास किया गया है ।

कोलकाता में धर्मद्रोही हिन्दू चित्रकार द्वारा हिजाब धारण किए हुए श्री दुर्गादेवी का चित्र बनाकर घोर अपमान !

हिन्दुओं को धर्मशिक्षा न होने से और उनमें धर्माभिमान न होने से वे इस प्रकार के काम करते हैं, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! हिन्दू राष्ट्र में प्रत्येक हिन्दू को धर्मशिक्षा दी जाएगी ! – संपादक

‘मंगलम् कपूर’ के विज्ञापन में प्रभु श्रीरामका अपमान !

हिन्दुओं में धर्माभिमान न होने के कारण इस प्रकार विविध माध्यमों से हिन्दुओं के देवताओं का अपमान किया जाता है ! – संपादक

‘रावण लीला’ चलचित्र के निर्माताओं को मानहानि का नोटीस; बिना शर्त क्षमा मांगने की मांग !

हिन्दुओं की धर्मभावना आहते करनेवाले इस चलचित्र (फिल्म) के निर्माता, निर्देशक, कलाकार इत्यादि पर कठोर कार्यवाही की जाएं तथा ऐसे चलचित्र बनाने में कौन पैसा व्यय कर रहा है, यह सत्य हिन्दुओं के सामने लाना आवश्यक है !

पाटलिपुत्र (पटना, बिहार) में मूर्तिकार द्वारा क्रिकेट खेल रहे भगवान गणेश की मूर्ति की निर्मिति !

यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है, कि हिन्दुओं द्वारा हिन्दू देवताओं की मूर्तियों का इस प्रकार उपहास किया जा रहा है एवं सरकार द्वारा उसे पुरस्कार दिया जाता है !

‘मंगलम कपूर’ के विज्ञापन के माध्यम से भगवान श्रीराम का अनादर !

हिन्दुओं में धर्माभिमान की कमी होने के कारण, कोई भी उठकर हिन्दुओं के श्रद्धास्थानों का अनादर करता है, यह ध्यान रखें ! यह हिन्दुओं की सहनशीलता नहीं, विशुद्ध मूर्खता है, ये समझिए !

कोलकाता में देवी की मूर्ति के लिए २ तोले सोने का मुखावरण !

जब कोरोना के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए इतने सारे विकल्प उपलब्ध हैं, तब देवताओं का उपयोग क्यों ? धर्मप्रेमी हिन्दुओं को इसका वैध पद्धति से विरोध करना चाहिए !

भाग्यनगर में दो हिन्दुओं द्वारा इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक वक्तव्यवाला वीडियो अपलोड कर भगवान शिव का अनादर !

यहां की कृतिका गौरा और चित्तीन मट्टा द्वारा इंस्टाग्राम से प्रसारित किए गए एक वीडियों में हिन्दू देवताओं का अश्लील भाषा का प्रयोग कर अनादर किया गया है ।