आयुर्वेद की औषधियां एवं उनकी समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट)
आयुर्वेद के चूर्ण, गोलियां, दंतमंजन, केश तेल इत्यादि औषधियों पर निश्चित समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट) लिखी होती है । इस दिनांक के उपरांत औषधि लेने पर, उसका कुछ दुष्परिणाम होता है क्या ?
आयुर्वेद के चूर्ण, गोलियां, दंतमंजन, केश तेल इत्यादि औषधियों पर निश्चित समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट) लिखी होती है । इस दिनांक के उपरांत औषधि लेने पर, उसका कुछ दुष्परिणाम होता है क्या ?
भारत की जनता की मानसिकता एवं जनता के लिए योग्य क्या है ? इस पर अभ्यास कर, कृति करने पर ही आवारा कुत्तों की समस्या का प्रश्न सुलझ पाएगा; परंतु इसे करते समय राजनीतिक इच्छाशक्ति भी आवश्यक है, तब ही ये सभी बातें साध्य होंगी !
बहुत कुछ बिनामूल्य देने का लालच देकर शासन स्थापित हुआ, तो भी उसे चलाने के लिए आवश्यक नीति ‘आप’ के पास नहीं दिखी, यही सत्य है ! वैसे देखा जाए तो राजनीति और भ्रष्टाचार एक ही सिक्के के २ पहलू बन गए हैं ।
‘अल्पसंख्यक’ होने से सुविधा लेनेवाले बहुसंख्य होने पर इस्लामी राष्ट्र की मांग नहीं करेंगे, इसकी निश्चिती कौन देगा ?
राष्ट्रद्वेषी भूमिका लेनेवाले राहुल गांधी इसका उत्तर ढूंढें कि काँग्रेस ने भारतीयों का कितना भला किया और वास्तविकता से अवगत हों !
सभी रुग्णालयाें में हिन्दी, अंग्रेजी और प्रादेशिक भाषा में ऐसा फलक (बैनर) लगाएं कि ‘हम सहायक व्यक्ति को रोकेंगे नहीं और न ही उससे पैसे लेंगे ।’ यह फलक रुग्णालय के दर्शनीय भाग में लगाया जाए, जिससे सभी का इसपर ध्यान जाए ।
‘आजकल रोगी (व्यक्ति) को नारियल पानी दिया जाता है ।
खालिस्तान के रूप में भारत का एक और विभाजन टालने के लिए हिन्दू एवं राष्ट्रनिष्ठ सिखों का वैश्विक विद्रोह आवश्यक !
धार्मिक अल्पसंख्यकों में से एक विशिष्ट धर्म के अल्पसंख्यकों की ओर विशेष ध्यान दिया जाता है, यह सर्वविदित है ।
हमारे दैनिक जीवन में मुहूर्ताें का संबंध समय-समय पर आता है । ‘मुहूर्त’ संबंधी प्राथमिक जानकारी इस लेख के माध्यम से समझ लेते हैं ।