बच्चो, उचित आदर्श अपनाएं !
सुपरमैन जैसे काल्पनिक पात्र नहीं; अपितु श्री हनुमान जैसे देवता ही संकटकाल में हमारी रक्षा हेतु दौडकर आ जाते हैं । अतः उनकी भक्ति करें !
सुपरमैन जैसे काल्पनिक पात्र नहीं; अपितु श्री हनुमान जैसे देवता ही संकटकाल में हमारी रक्षा हेतु दौडकर आ जाते हैं । अतः उनकी भक्ति करें !
सेल्फी के कारण किशोरावस्था के बालक तथा बालिकाओं में ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर नामक रोग बढ रहा है । हाल ही में एम्स चिकित्सालय में इस बीमारी से ग्रस्त तीन लडकियों के उपचार किए गए हैं ।
बालक सुसंस्कारी बनें तथा वे शिक्षा प्राप्त कर देश के आदर्श नागरिक बनें, इसलिए हम अपने बालकों को विद्यालय भेजते हैं; परंतु वर्तमान धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था के वातावरण में बालकों में शीघ्रता से बढनेवाली कुप्रवृत्तियां धर्मनिरपेक्ष शिक्षा व्यवस्था की असफलता को दर्शाती हैं ।
स्वयं को मोक्षप्राप्ति की इच्छा रखने की अपेक्षा अन्यों को मोक्षमार्ग दिखाने की इच्छा व्यक्त करना
योगतज्ञ दादाजी वैशंपायनजी के इस अद्वितीय अवतारी कार्य के विश्लेषित क्षणमोती, परत्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के कृतज्ञतामय शब्दों में !
‘किसी नियतकालिक अथवा समाचार-पत्र के कार्यालय के अंतर्गत वहां संपादक, उपसंपादक, कार्यवाहक संपादक, उपसंपादक, पृष्ठ संपादक, पृष्ठों की संरचना (फॉर्मेटिंग) करनेवाले संरचनाकार, संवाददाता आदि सभी आते हैं तथा अन्य नियतकालिकों के अंक, समाचार-पत्र, दूरदर्शन संच आदि आवश्यक सर्व साधनसामग्री होनी ही चाहिए ।