यदि जासूसी वैधानिक पद्धति से की गई हो, तो इसकी अनुमति देने वाला विभाग शपथ-पत्र प्रविष्ट करें ! – उच्चतम न्यायालय

पेगासस जासूसी का प्रकरण !

सुनंदा पुष्कर हत्याकांड : उनके पति और कांग्रेस नेता शशि थरूर निर्दोष मुक्त !

सुनंदा पुष्कर के पति और कांग्रेस सांसद शशि थरूर को सुनंदा की मृत्यु के प्रकरण में, यहां के एक विशेष न्यायालय ने निर्दोष मुक्त किया है ।

काबुल में तालिबान आतंकियों के विरोध में बहादुर महिलाओं का धरना !

भारत में मुसलमान महिलाओं के अधिकारों के लिए कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के विरुद्ध आंदोलन करने से डरने वाली तथाकथित प्रगतिशील महिलाओं को इससे सीख लेनी चाहिए !

हमारे द्वारा प्रतिशोध लेने पर पाकिस्तान के ४ टुकडे हो जाएंगे ! – डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी

भारत पर आक्रमण करने वाले कोई भी बचे नहीं !

मुसलमानों द्वारा मुसलमानों की हत्या की जाने   पर अधिकतर मुसलमान चुप बैठते हैं; लेकिन अन्य धर्मियों के मारने पर वे चिढते हैं ! बांगलादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

अफगानी मुसलमानों के लिए मुसलमान नहीं रोएंगे, वे फिलिस्तीन मुसलमानों के लिए रोएंगे, ऐसी टिप्पणी बांगलादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट कर मुसलमानों की मानसिकता पर की है ।

(कहते हैं) ‘तालिबान के नेतृत्व में अफगानी लोगों को अमेरिका से स्वतंत्रता चाहिए थी ! – समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

बर्क जैसे लोगों को ‘स्वतंत्र’ हुए अफगानिस्तान में किसी ने भेजने की मांग की, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !

(कहते हैं) ‘तालिबान को अफगानिस्तान को आतंकवादियों का आश्रय स्थान नहीं बनाना चाहिए !’ – तालिबान ने मित्रता के संबंध स्थापित करने वाले चीन की निरर्थक चेतावनी 

चीन ने सुरक्षा परिषद के उप स्थायी प्रतिनिधि गेंग शुआंग ने यह चेतावनी दी है ।

१० वर्ष से कम आयु की कन्याएं अपने पिता के साथ सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए जा सकती हैं ! – केरल उच्च न्यायालय

१० से ५० वर्ष आयु की युवतियों एवं महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है । न्यायालय द्वारा प्रतिबंध हटाए जाने के उपरांत  इस निर्णय को चुनौती दी गई है ।

अफगानिस्तान में अधुरी परियोजनाओं को पूरा करने की तालिबान का भारत को मुफ्त का परामर्श !

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने एक पाकिस्तानी समाचारवाहिनी से बात करते हुए कहा है कि भारत अफगानिस्तान में उसके द्वारा चलाई जा रही विकास की परियोजनाएं जो अधुरी हैं, उन्हें पूरा करे ।

(कहते हैं) ‘तालिबान ने हमें शांति और सुरक्षा का भरोसा दिया है !’ – सिख समुदाय

तालिबान के लिए सिख यह ‘काफिर’ हैं । इस कारण उनके आश्वासन पर विश्वास करना आत्मघाती होगा !