अफगानिस्तान में अधुरी परियोजनाओं को पूरा करने की तालिबान का भारत को मुफ्त का परामर्श !

भारत को अफगानिस्तान में क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इसे तालिबान को बताने का क्या अधिकार ? एक छोटे से देश का आतंकी संगठन भारत को मुफ्त का परामर्श देता है, यह क्षोभजनक है ! भारत ऐसे तालिबान का मुंह बंद करे, यह राष्ट्रप्रेमियों को अपेक्षित है ! – संपादक

नई देहली – तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने एक पाकिस्तानी समाचारवाहिनी से बात करते हुए कहा है कि भारत अफगानिस्तान में उसके द्वारा चलाई जा रही विकास की परियोजनाएं जो अधुरी हैं, उन्हें पूरा करे । भारत यदि अफगानिस्तान में विकासकार्य कर रहा हो, तो वह कर सकता है; क्योंकि वो जनता के लिए हैं; परंतु कोई भी यदि अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग उसके देश के लिए करता हो, तो हम उसकी अनुमति नहीं देंगे । (यह तो एक प्रकार से बिना भारत का नाम लिए दी गई धमकी है ! – संपादक)

तालिबानी सरकार में महिलाएं भी अंतर्भूत होंगी !

तालिबान के एक पदाधिकारी ने बताया कि हमारा नेतृत्व संपूर्णरूप से इस्लामी है; परंतु तालिबान की सरकार कैसी होगी, इसके संदर्भ में तालिबान के कुछ स्पष्ट नहीं किया है । (महिलाओं की सुरक्षा के संदर्भ में तालिबान का अभीतक का इतिहास और वर्तमान को देखते हुए उस पर कौन विश्वास करेगा ? – संपादक)

तालिबान ने अफगानिस्तान के सभी कर्मचारियों से काम पर लौटने का आवाहन किया है । तालिबान की ओर से यह बताया गया है कि सभी लोग अपना दिनक्रम जारी रखें । किसी को भी किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाई जाएगी ।

अफगानिस्तान में शरीया कानून लागू किए जाने के संकेत !

तालिबान ने अफगानिस्तान में शरीया कानून लागू करने के संकेत दिए हैं । इसके अंतर्गत दिवारों, होर्डिंग्ज आदि स्थानों पर जहां महिलाओं के छायाचित्र लगाए गए थे, उन्हें लोग स्वयं ही रंगाकर हटा रहे हैं । तालिबानी नियम के अनुसार महिलाओं के लिए बुर्का पहनना अनिवार्य है; इसलिए लोग ऐसा कर रहे हैं ।