संस्कृत की वैज्ञानिकता और समृद्धता की ओर पूर्ण विश्व आकर्षित हो रहा है ! – आनंद जाखोटिया, मध्य प्रदेश और राजस्थान राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति
संस्कृत मृत भाषा है अथवा व्यावहारिक रूप से अनुपयोगी है’, ऐसा कहना अनुचित है । आज जर्मनी के १४ और ब्रिटेन के ४ विश्वविद्यालयों में संस्कृत पढाई जा रही है, साथ ही १७ देशों में संस्कृत का अध्ययन किया जा रहा है ।