हिन्दू युवती को प्रेम के जाल में फंसाने वाले धर्मांध कट्टरपंथी के घर में नागरिकों ने लगाई आग !

चूंकि पुलिस कट्टरपंथियों के विरुद्ध कडी कार्रवाई नहीं कर रही थी । ऐसे में यदि नागरिक कानून अपने हाथ में ले रहे हैं, तो इस पर विचार किया जाना चाहिए !

रामराज्य आने के लिए प्रजा को भी प्रयास करने चाहिए ! – डॉ. सावंत, मुख्यमंत्री

रामराज्य आने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्त की तडप अभिनंदनीय है ! जनता ने साधना कर ईश्वरी अधिष्ठान मिलने पर श्रीराम जी को अपेक्षित ऐसा रामराज्य जल्द ही पृथ्वी पर आएगा, इसमें शंका नहीं ! इसके लिए जनता को धर्मशिक्षा देकर उनसे साधना करवाकर लेने के लिए शासन को ही प्रयास करने चाहिए, ऐसी धर्मप्रेमियों को अपेक्षा है ! –

कन्याकुमारी में विद्यालय के बच्चों का धर्मपरिवर्तन करने का प्रयास करने वाला ईसाई शिक्षक निलंबित

द्रमुक के राज्य में यह क्या चल रहा है ? सरकार के हिन्दू विरोधी और ईसाई तुष्टिकरण नीति अपनाने के कारण धर्मांध ईसाइयों की दुष्टता बढी है । यह रोकने के लिए तमिलनाडु में परिणामकारक हिन्दूसंगठन आवश्यक हैं !

पुर्तगालियों द्वारा नष्ट किए गोवा के हिन्दू मंदिरों को ढूंढने की प्रक्रिया  प्रारंभ

आक्रमणकारी पुर्तगालियों के विरोध में अभियान शुरू करने वाली गोवा की भाजपा सरकार का अभिनंदन ! गोवा को मुक्त हुए ६० वर्ष हो गए, तो भी अभी तक के शासनकर्ताओं ने इसके लिए कोई भी प्रयास नहीं किए, यह लज्जास्पद !

केरल के एक मंदिर में ‘इफ्तार’ का आयोजन !

‘हिंदू मुसलमान एकता’ मृगजाल के समान है इसका इतिहास ज्ञात होनेपर भी मंदिर के अध्यक्ष कौनसी दुनिया में रह रहे हैं ?

‘हिंदू मुसलमान बहुल क्षेत्र में जाने के कारण श्रीरानवमी की शोभायात्राओं पर हुए आक्रमण हेतु हिंदू ही उत्तरदायी !’

भारत धर्मनिरपेक्ष देश है, अत: प्रत्येक धर्मीय को देश में कहीं भी जाने की स्वतंत्रता सिंवधान द्वारा दी गई है । हिंदू यदि उस का पालन करते हैं, तो वह गलत कैसे ?

तलवार लेकर हिंदुओं की तरफ भागनेवाले युवक को रोकने पर, एक अन्य युवक ने मुझपर गोली चलाई !- घायल पुलिस अधिक्षक

पिछले ७४ वर्षों से सभी पक्ष के शासनकर्ताओं द्वारा धर्मांधों की चापलुसी करने के कारण आज वे सिरपर बैठ गए हैं । वे पुलिस अधिकारियों से भी नहीं डरते, यह देश हेतु लज्जास्पद है !

भविष्य के १५ वर्ष में अखंड भारत दृश्यमान होगा ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

हम अहिंसा का सम्मान करते है, परन्तु हाथ में लाठी लेकर ही अहिंसा का सम्मान किया जाएगा ! – सरसंघचालक

हिन्दू भक्तों के विरोध करने के उपरांत भी, बेलूर (कर्नाटक) में मंदिर का रथ उत्सव कुरान के पाठ के साथ प्रारंभ किया गया !

क्या आपने कभी ऐसी परंपरा के बारे में सुना है कि, किसी मस्जिद या चर्च में हिन्दू वेद मंत्र से कार्यक्रम आरंभ किया गया हो ?