केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के विरुद्ध केरल पुलिस द्वारा अपराध प्रविष्ट !

‘येहोवा विटनेसेस’ के कार्यक्रम में बमविस्‍फोट का प्रकरण
समाज में मनमुटाव निर्माण करने का लगाया आरोप !

केरल बम धमाके में ३ लोगों की मृत्यु तथा ५ घायल लोगों की प्रकृति चिंताजनक !

इसमें एक १२ वर्ष का बालक भी सम्मिलित है। ४१ घायलों में से ५ की अवस्था गंभीर है। १२ लोग गहन चिकित्सा इकाई में हैं तथा ३ आपतकालीन श्वसन यंत्र पर हैं।

इस्लामी संगठन ने फिलिस्तीन के समर्थन में किए जाने वाले कार्यक्रम में अतिथियों की सूची से शशि थरूर को हटाया ! 

सत्य बोलने का क्या परिणाम होता है, यह कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के ध्यान में आया होगा !

मंदिरों के प्रांगण में रा.स्व. संघसहित अन्य संगठनों के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध !

मंदिर जब सरकार के आधिपत्य में होते हैं, तब क्या होता है; इसका यह एक बडा उदाहरण है ! केंद्र सरकार इसकी ओर गंभीरता से देककर मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के लिए कानून बनाए, यही हिन्दुओं को भावना है !

विजयादशमी के अवसर पर ‘इसरो’ के प्रमुख द्वारा तिरूवनंतपुरम के पूर्णमिकवु मंदिर में पूजा-अर्चना !

एस. सोमनाथ ने कहा, ‘‘ईश्‍वर से मेरा विशेष संबंध होने के कारण प्रतिदिन मुझे मंदिर में जाने की प्रेरणा मिलती है ।

इजराइल जबतक गाजा पर कर रहा आक्रमण नहीं रोकता, तबतक गणवेश का नया ठेका नहीं लेंगे ! – केरल के निजी प्रतिष्ठान का निर्णय

‘यह युद्ध किसने आरंभ किया तथा क्यों किया ?’, इस पर भी विचार करने की आवश्यकता है ! ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती, इसे ध्यान में लेना होगा !

भ्रमणभाष का उपयोग रोकने पर युवक ने की अपनी मां की हत्या !

इससे आज विज्ञान और तंत्रज्ञान का मानव पर कितना हावी है, यह ध्यान में आता है । धर्मविहीन विज्ञान के अतिरेक का परिणाम !

‘इसरो’ के ‘सॉफ्टवेयर’ पर प्रतिदिन होते हैं १०० से अधिक साइबर आक्रमण !

कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे (‘आर्टिफिशियल इंटेलिजंस’ जैसे) तंत्रज्ञान (तकनीक) का प्रयोग कर, साइबर अपराधों की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं ।

मलप्पुरम (केरल) की मुसलमान लडकियां अब हिजाब परिधान करना करेंगी अस्वीकार ! – केरल के माकपा के नेता अनिल कुमार

इस वक्तव्य को माकपा ने अस्वीकारा; अन्य राजनीतिक दलों ने किया इसका विरोध !

(और इनकी सुनिए…) ‘मंदिर में मेरे साथ जातिभेदभाव किया गया !’ – के. राधाकृष्णन्, केरल

के. राधाकृष्णन् राज्य के मंदिर व्यवहारमंत्री हैं, तो उन्हें मंदिर का नाम बताना चाहिए । इसप्रकार मंत्री का कोई अनादर करता हो, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए; परंतु जाति के नाम पर यदि हिन्दू धर्म की जानबूझकर आलोचना करने का प्रयत्न हो रहा हो, तो हिन्दुओं को उसका वैध मार्ग से विरोध करना भी आवश्यक है !