हलाल मांस का बहिष्कार करने का आवाहन करने वालों पर कार्यवाही करेंगे ! – गृहमंत्री ज्ञानेंद्र

‘हलाल मांस’ यह भारतीय संस्कृति में आता है क्या ? इसका बहिष्कार करने की मांग करने वालों की भूमिका सरकार को समझकर लेनी चाहिए, ऐसी ही जनता की अपेक्षा है !

कर्नाटक की दो पाठशालाओं में श्री सरस्वतीदेवी की मूर्तियों की तोडफोड !

इस तोडफोड के पीछे किसका हाथ है, सरकार को इसकी जांच कर संबंधित व्यक्तियों को कठोर दंड मिले, इसके लिए प्रयास करना चाहिए !

भाजपा, बजरंग दल तथा विहिंप के विरोध के कारण शिवमोग्गा जत्रोत्सव में मुसलमान दुकानदारों को अनुमति देने से इनकार किया गया

हिन्दू समाज के दुकानदारों को ही जत्रोत्सव में दुकान लगाने की अनुमति दी जाए, भाजपा तथा अन्यों के द्वारा ऐसी मांग की मांग गई थी । शिवमोग्गा उत्सव समिति’ ने उनकी मांग मान ली है ।

परीक्षा का बहिष्कार करनेवाली हिजाब समर्थक छात्राओं को पुन: परीक्षा का अवसर नहीं मिलेगा – कर्नाटक सरकार

कर्नाटक उच्च न्यायालय के निर्णय के पश्चात भी मुस्लिम छात्राओं ने बिना हिजाब पहने स्कूल आने से इनकार कर दिया है ।

हिजाब के प्रकरण में दुकानें बंद करने का प्रयास करनेवाले पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं पर अपराध प्रविष्ट

सरकार धमकियों के आगे झुकेगी नहीं ! – उच्च शिक्षामंत्री श्री. अश्वथ नारायण

हिजाबबंदी का निर्णय, संविधान की विजय – श्री प्रमोद मुतालिक, श्रीराम सेना !

बेंगलुरू (कर्नाटक) – ‘श्रीराम सेना’ हिन्दुत्ववादी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष श्री प्रमोद मुतालिक ने कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा हिजाबबंदी कायम रखने के ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत किया है । प्रसिद्धि माध्यमों से बात करते हुए उन्होंने कहा, कि हिजाबबंदी का निर्णय संविधाना की विजय है । हिजाब युनिफार्म का भाग नहीं हो सकता । स्कूल … Read more

हिजाबप्रतिरोध पर कर्नाटक उच्च न्यायालय सहमत !

मुख्य न्यायाधिश रितुराज अवस्थी जी ने निर्णय देते हुए कहा कि, “यह निर्णय दो बातों पर लिया है । प्रथम, हिजाब पहनना, यह संविधान की धारा २५ अन्तर्गत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की क्ष्रेत्र में आता है क्या ? और दूसरी यह कि, विद्यालयों का पोशाक अनिवार्य करना, यह उस अधिकार के विरोध में है क्या ?”

कर्नाटक के मंदिरों को सरकारीकरण से मुक्त किया जाएगा !

कर्नाटक की भाजपा सरकार का अभिनंदनीय निर्णय ! अब देश के अन्य राज्यों को भी ऐसा निर्णय लेना चाहिए, इसके लिए हिन्दुओं को और उनके संगठनों को प्रयास करने चाहिए !

(कहते हैं) ‘एक शव के स्थान पर १० लोगों को युक्रेन से भारत लाया जा सकता है !’

विमान में शव को लाने के लिए अधिक अवकाश आवश्यकता होता है । शव के लिए आवश्यक अवकाश में १० लोग बैठ सकते हैं ।