‘हलाल मांस’ यह भारतीय संस्कृति में आता है क्या ? इसका बहिष्कार करने की मांग करने वालों की भूमिका सरकार को समझकर लेनी चाहिए, ऐसी ही जनता की अपेक्षा है ! – संपादक
बंगलुरू – यदि कोई हलाल मांस का बहिष्कार करने के लिए सोशल मीडिया पर भडकाऊ विधान, वीडियो प्रसारित करता होगा या आवाहन करता होगा, तो उसके विरोध में कानूनी कार्यवाही की जाएगी, ऐसी चेतावनी राज्य के गृहमंत्री अरग ज्ञानेंद्र ने दी है । ‘यह विवाद शांत होना चाहिए । ‘कानून और सुरक्षा व्यवस्था को आघात न पहुंचे, इस ओर सभी को ध्यान देना चाहिए’, ऐसा उन्होंने कहा ।
उन्होंने आगे कहा कि, उगाडी त्योहार की पृष्ठभूमि पर ‘हलाल मांस नहीं खरीदेंगे’, ऐसा कहना सहज ही है । ‘हलाल हमारे देवताओं को नहीं चलेगा’, ऐसी प्रतिक्रिया दी गई है, यह आज तक नहीं थी । इस पर चर्चा करना गलत नहीं ।