J&k : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल की अधिकारो में वृद्धि !
अब जम्मू-कश्मीर में भी राज्य सरकार उपराज्यपाल की अनुमति के बिना पुलिस अधिकारियों और अफसरों का स्थानांतर या नियुक्ति नहीं कर सकेगी ।
अब जम्मू-कश्मीर में भी राज्य सरकार उपराज्यपाल की अनुमति के बिना पुलिस अधिकारियों और अफसरों का स्थानांतर या नियुक्ति नहीं कर सकेगी ।
इस वास्तविकता को समाज के सामने रखना आवश्यक है क्योंकि जिहादी आतंकवादियों ने कश्मीर में हिन्दुओं सहित हजारों हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण किया और हिन्दुओं को अपनी ही भूमि से विस्थापित होना पड़ा, इसके कारण ये मंदिर उपेक्षित रह गए !
जिहादी आतंकवाद को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए उसे सहायता करने वाले स्थानीय लोगों को मृत्युदंड की शिक्षा देना आवश्यक है !
भट्ट पर अपने प्रतिद्वंद्वी अधिवक्ता बाबर कादरी की लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा हत्या कराने का आरोप है।
अमरनाथ यात्रा २९ जून से आरंभ हो रही है। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कल २८ जून को कश्मीर पहुंचेगा। यहां से तीर्थयात्री बालटाल तथा अनंतनाग पर पहुंचने के लिए प्रस्थान करेंगे। वहां से सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षा समूह द्वारा ले जाया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर अभी भी आतंकवाद से ही ग्रसित है, यह स्थिति अब तक के सर्वदलीय सरकारों के लिए लज्जाप्रद ! यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र को अनिवार्य बनाती है !
पिछले ३४ वर्षों से पाकिस्तान भारत में, विशेषकर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां कर रहा है, जबकि यह बात दुनिया जानती है, भारत ने कभी भी पाकिस्तान को स्थायी सबक नहीं सिखाया है, ये अभी तक के सभी राजनीतिक दल और सरकारों के लिए लज्जास्पद !
कश्मीर में हर साल १०० से २०० आतंकवादी मारे जाते हैं, फिर भी नए आतंकवादी पाकिस्तान से कश्मीर में घुसपैठ करते हैं। इससे पता चलता है कि पुलिस और सुरक्षा बल इस घुसपैठ को रोकने में नाकाम हैं !
ऐसे लोगों की भर्ती करने वालों एवं उनको इतने दिनों तक पद पर रहने देनेवालों को हमेशा के लिए कारागृह में बंद कर देना चाहिए !
कश्मीर में आज भी जिहादी आतंकवाद अस्तित्व में है । इससे यही सिद्ध होता है । सरकार जिहादी आतंकवाद का संपूर्ण नाश कब करेगी ?