‘तीर्थयात्री कश्मीर मुद्दे में भाग नहीं लेते, तब तक तीर्थयात्रा सुरक्षित है !’

कश्मीर के सन्दर्भ में तीर्थयात्रियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं यह निश्चित करनेवाले आतंकवादी कौन होते हैं ? कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और प्रत्येक हिन्दू को इस पर बोलने का अधिकार है !

बुर्का पहनकर आए आतंकवादी द्वारा फेंके गए ग्रेनेड के आक्रमण में एक हिन्दू मारा गया और ३ लोग घायल

अनेक यूरोपीय देशों में सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनने पर प्रतिबंध है । इतना ही नहीं, इजिप्त, ट्यूनिशिया, कोसोवो जैसे इस्लामी देशों में भी इस पर प्रतिबंध होते हुए अब ऐसा प्रतिबंध भारत में भी लगाना चाहिए, यही इस घटना से ध्यान में आता है !

आतंकवादियों के साथ संबंध होने के आरोप में कश्मीर विश्वविद्यालय के १५ प्राध्यापक निलंबित !

जहां प्राध्यापक ही आतंकवाद का प्रसार करने में सहभागी हों, वहां विद्यार्थियों को क्या सिखाया जाता होगा, यह अलग से बताने की आवश्यकता नहीं ! ऐसे सभी लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होना चाहिए !

‘कश्मीर छोडें, अन्यथा मरने को तैयार रहें !’

वर्ष १९८९ के बाद आज भी कश्मीर में हिन्दुओं को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद !

पुलवामा में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में पुलिस सिपाही मारे गए

(जिहादी आतंकवादी पुलिस एवं प्रशासन को यही दिखाना चाहते हैं कि कश्मीर में अब हमारा ही राज है । सरकार ध्यान रखे, ‘‘जब तक पाक को नष्ट किया नहीं जाता, तब तक आतंकवाद नष्ट करना कठिन है’’ ! – संपादक)

केंद्र और राज्य सरकार हमारी रक्षा करने में असमर्थ !

हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र में विगत ८ वर्षाें से भाजपा की सरकार होते हुए एवं धारा ३७० हटाने के पश्चात भी कश्मीर में आज भी हिन्दू असुरक्षित ही हैं, यह वस्तुस्थिति है और कश्मीरी हिन्दुओं का क्रोध आवश्यक है !

भारत-पाक सीमापर २०० आतंकवादी घुसने के प्रयास में ! – लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी

भारत  और कितने वर्ष जिहादी आतंकवाद सहन करेगा ? जिहाद के प्रायोजक पाक को समाप्त करना, यही इस समस्या का हमेशा के लिए उपाय है, यह स्वतंत्रता के उपरान्त सभी शासनकर्ताओं के ध्यान में न आना लज्जास्पद !

जम्मू और कश्मीर में विधानसभा क्षेत्रों का पुनर्गठन !

जम्मू में ६ और कश्मीर में १ मतदार संघ की वृद्धि !
२ मतदार संघ विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के लिए आरक्षित !

भाजपा देश में ‘छोटे पाकिस्तान’ निर्मिति का प्रयत्न कर रहा है, मेहबूबा मुफ्ती ने ऐसा कुप्रचार किया !

भारत में कौन छोटे पाकिस्तान की निर्मिति का प्रयत्न करता है, यह सर्वज्ञात है । इसलिए मेहबूबा मुफ्ती का यह कथन चोरों की उलटी बातें जैसी हैं !