कश्मीरी हिन्दुओं के विषय में सरकार की उदासीनता ! – डॉ. अजय श्रृंगी अध्यक्ष, पनून कश्मीर 

जम्मू-कश्मीर के हिन्दुओं के विषय में सरकार की उदासीनता है । कश्मीरी हिन्दुओं के विस्थापन को आज भी अधिकृत मान्यता नहीं दी गई है । सरकार उन्हें ‘निर्वासित’ कह कर संबोधित करती है ।

हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सलाहुद्दीन के लडके की संपत्ति जप्त

यह लडका भी आतंकवादी है । वर्तमान में आतंकवादियों को आर्थिक सहायता करने के प्रकरण में वह बंदी है ।

पुंछ में आतंकवादी आक्रमण में सैनिक वीरगति को प्राप्त होने से मुसलमानों ने मनाई नहीं ईद !

देश के कितने मुसलमान ऐसा सोचते हैं ? क्या कश्मीर के मुसलमानों से अन्य मुसलमान कुछ सीखेंगे ? ऐसा प्रश्न कोई करे, तो इसमें आश्चर्य नहीं होगा !

जम्मू-कश्मीर के हिन्दुओं को अल्पसंख्यक का अधिकार देने में हमें आपत्ति नहीं ! – राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग

जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी हिन्दुओं को यदि केंद्र सरकार अल्पसंख्यकों का अधिकार देती है, तो राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को इस विषय में कोई आपत्ति नहीं है, ऐसा मत इस आयोग की सदस्या सईद शहजादी ने व्यक्त किया है ।

(इनकी सुनिए…) ‘मुगलों द्वारा ८०० वर्षों तक भारत पर शासन करने से उनका इतिहास मिटाया नहीं जा सकता !’

हिन्दुओं पर अत्याचार करनेवाले मुगलों से मुसलमान प्रेम व्यक्त करते हैं, तब भी ‘हिन्दुओं को मुसलमानों के साथ धर्मनिरपेक्षता से आचरण करना चाहिए’, ऐसी अपेक्षा करते हैं, यह संतापजनक !

कश्मीर में ७० करोड रुपये के मादक पदार्थ जब्त

कश्मीर पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी करनेवाले २ लोगों को बंदी बनाकर उनसे ७० करोड रुपये मूल्य की ११ किलोग्राम हेरोइन और ११ लाख ८२  सहस्र नकद जब्त की है ।

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की संख्या अल्प हुई ! – पुलिस महासंचालक

यदि ऐसा कहें, कि कश्मीर में आतंकियों की संख्या अल्प हुई है, तब भी कश्मीर में हिन्दू असुरक्षित ही हैं । भारत के किसी भी राज्य के हिन्दू वहां जा कर बस नहीं सकते, ऐसी स्थिति है !

मेहबूबा मुफ्ती ने किया शिवलिंग पर जलाभिषेक !

निधर्मीवादी एवं पुरो(अधो)गामियों ने इन लोगों को धर्मनिरपेक्षता सीखायी नहीं, इसीका यह परिणाम है ! क्या अब तो उन्हें यह सीखाया जाएगा ? या केवल हिन्दू ही धर्मनिरपेक्षता पालन करते हुए आत्मघात करवा लेंगे ?

(इनकी सुने) ‘प्रभु श्री राम केवल हिन्दुओं के ही नहीं, सभी के हैं !’ – फारूक अब्दुल्ला

धारा ३७० हटाए जाने के उपरांत जम्मू- कश्मीर में जल्द ही होने वाले चुनाव की पृष्ठभूमि पर हिंदू विरोधी फारुख अब्दुल्ला को श्रीराम की तथा हिन्दू विरोधी महबूबा मुफ्ती को भगवान शिव की याद आई, यह समझें !