देहली के ‘जे.एन.यू.’ विश्वविद्यालय में भगवान श्रीराम के विषय में आपत्तिजनक नारे !
‘ब्राह्मणवाद से स्वतंत्रता’, ‘आजादी’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे भी लगाए गए ।
‘ब्राह्मणवाद से स्वतंत्रता’, ‘आजादी’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे भी लगाए गए ।
केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय से स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को यहां बसने का कोई मौलिक अधिकार नहीं है ।
भारतीय सेना के कारण नौका पर उपस्थित सभी कर्मचारी सुरक्षित
सर्वोच्च न्यायालय ने चुनाव बोंड पर ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया’ को पुनः फटकारा !
लव जिहाद, बलात्कार, विनयभंग करनेवाले वासनांध मुस्लिमों के कारण सामाजिक सुरक्षा संकट में है, यदि ऐसा कोई कहे, तो इस में चूक क्या है ? ऐसे लोगों के विषय में निधर्मीवादी क्यों नहीं बोलते ?
संबंधित राज्यों से हटाए गए अधिकारियों के पास उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के कार्यालयों में दोहरे कामकाज का दायित्व था ।
कानून का उल्लंघन करने वालों पर बलात्कार तथा राष्ट्रविरोधी कृत्यों का समर्थन करने का आरोप लगाने का प्रावधान किया जाना चाहिए । ऐसे प्रकरणों की ३ महीने के भीतर सुनवाई होने के साथ १० से २० वर्षों की कैद होनी चाहिए तथा पहले ३ वर्ष में जमानत नहीं होनी चाहिए ।
विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (‘सीएए’) के विषय में अमेरिका और यूरोपीय देशों के विधान पर प्रत्युत्तर दिया है ।
बंदूक की नोक पर लुटे थे ३ करोड रुपए
‘नागरिकता सुधार कानून (सीएए), यह धर्म पर आधारित है’ ऐसा कहते हुए जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वही लोग ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ जैसे कानून का समर्थन करते हैं ।