असम की बांग्लादेश सीमा पर गोवंश की तस्करी करनेवालों द्वारा सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों पर आक्रमण

गोवंश की तस्करी करनेवाले कल तक गोरक्षक और पुलिस पर आक्रमण करते थे, अब वे सैनिकों पर भी आक्रमण करने का साहस कर रहे हैं । यह देखते हुए ऐसे लोगों को फांसी का ही दंड देने का कानून बनाना आवश्यक है !

आसाम की बांगलादेश सीमा पर गोवंश की तस्करी करने वालों की ओर से सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों पर आक्रमण

गोवंश की तस्करी करने वाले कल तक गोरक्षक और पुलिस पर आक्रमण करते थे, अब वे सैनिकों पर भी आक्रमण करने का साहस कर रहे हैं । यह देखते हुए ऐसों को फांसी की ही सजा देने का कानून बनाना आवश्यक है ! 

सरकारी मदरसे धार्मिक शिक्षा नही दे सकते ! – गोहाटी उच्च न्यायालय

सरकारी मदरसे धार्मिक शिक्षा नही दे सकते, ऐसा निर्णय गोहाटी उच्च न्यायालय ने दिया। राज्य के मदरसों को सामान्य पाठशालाओं मे परावर्तीत करने के राज्य सरकार के निर्णय के विरोध मे उच्च न्यायालय मे प्रविष्ट की गर्इ याचिका पर यह निर्णय दिया गया।

असम में गोतस्करों की संपत्ति जप्त करने का विधेयक पारित !

गोहत्या और गोतस्करी के संबंध में केंद्र सरकार ने कठोर कानून बनाया, तो देश के राज्यों को अलग-अलग कानून बनाने की आवश्यकता नहीं होगी ! केंद्र सरकार को ऐसा कानून शीघ्रातिशीघ्र बनाना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

राज्य में किसी को भी व्यक्तिगत सुरक्षा न देनी पडे, ऐसी स्थिति निर्माण करेंगे !

वर्तमान काल में इस प्रकार का विश्वास रखने वाले सरमा को शुभकामनाएं; केवल असम में ही नहीं, तो संपूर्ण देश में पिछले ७४ वर्षों में ऐसी स्थिति निर्माण नहीं हो सकी, यह सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद है, यह भी उतना ही सत्य है !

सिलचर (आसाम) में क्रिसमस कार्यक्रम में हिन्दू युवक-युवतियों के सहभागी होने पर कुछ लोगों का विरोध

आसाम के सिलचर में २५ दिसंबर की रात क्रिसमस कार्यक्रम मनाते समय कुछ लोगों ने इसका विरोध किया । उन्होंने यह कार्यक्रम बंद करने की मांग की । इस मामले में कोई भी गुनाह प्रविष्ट नहीं किया गया है, ऐसा पुलिस ने बताया ।

आसाम में गोतस्करों की संपत्ति जप्त करने का विधेयक पारित !

गोहत्या और गोतस्करी के संबंध में केंद्र सरकार ने कठोर कानून बनाया, तो देश कें राज्यों को अलग अलग कानून बनाने की आवश्यकता नहीं होगी ! केंद्र सरकार ने ऐसा कानून जल्द से जल्द बनाना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

असम में हमने लगभग ७०० मदरसे बंद किए ! – असम के मुख्यमंत्री हिम्मत बिस्व सरमा

मुसलमानों को मदरसों में न जाकर डॉक्टर एवं अभियंता बनकर समाज की सहायता करनी चाहिए । मुसलमानों के हित के लिए ही मदरसे बंद किए हैं, ऐसा विधान असम के मुख्यमंत्री हिम्मत बिस्व सरमा ने एक समाचार वाहिनी के कार्यक्रम में किया ।

(कहते हैं) ‘मुगल शासकों ने देश में कई मंदिरों के साथ-साथ, कामाख्या मंदिर को भूमि दान की थी !’ – असम के विधायक अमीनुल इस्लाम का वक्तव्य

कट्टरपंथी इस तरह का झूठा इतिहास बताकर, सच्चे इतिहास को झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं ! क्या इसे ’इतिहास जिहाद´कहना चाहिए ? – संपादक